अरविंद यादव,महासमुंद। महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारी सुधाकर बोदले भ्रष्टाचार के विरोध में अनशन पर बैठ गए. उन्होंने जिला कार्यक्रम अधिकारी मनोज सिंहा पर मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना, रेडी टू ईट योजना में करीब 30 लाख रुपए की अनियमितता करने का आरोप लगाया है. इधर कलेक्टर डोमन सिंह ने कहा कि किसी भी कीमत पर भ्रष्टाचार बर्दाश्त नहीं की जाएगी.

अपने ही विभाग के खिलाफ भष्ट्राचार का आरोप लगाते हुए महिला एवं बाल विकास विभाग अधिकारी सुधाकर बोदले अपने निवास में अनशन पर बैठे रहे. अधिकारी ने कलेक्टर से अनशन के लिए अनुमति मांगी थी, लेकिन अनुमति नहीं दी गई. जिसके बाद अपने निवास में ही बैठकर प्रदर्शन किया.

बड़े अधिकारी पर लगा 30 लाख की अनियमितता का आरोप

अधिकारी सुधाकर बोदले का कहना है कि मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना, रेडी टू ईट योजना में जिला कार्यक्रम अधिकारी मनोज सिंहा ने करीब 30 लाख रुपए की अनियमितता की है. इस मामले की शिकायत के बाद भी कार्रवाई नहीं की गई. इसलिए अनशन पर बैठना पड़ा. हाल ही में मुख्यमंत्री कन्यादान योजना में मिले उपहार को लेकर हितग्राहियों ने भी कहा था कि विभाग से मिले उपहार बेकार क्वालिटी के हैं.

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शासन और जिला स्तर पर चल रही जांच

महासमुंद कलेक्टर डोमन सिंह ने कहा कि जिला महिला बाल विकास अधिकारी सुधाकर बोदले ने भ्रष्टाचार की शिकायत की है. उसमें शासन स्तर से जांच चल रही है. जिला स्तर से भी कार्रवाई की जाएगी. किसी प्रकार के भ्रष्टाचार को संरक्षण नहीं दिया जाएगा. हालांकि उन्होंने ये भी कहा कि प्रथम दृष्टया विभागीय अधिकारियों के बीच आपसी खींचतान का यह मामला दिखाई पड़ता है.

शिकायतों पर तुरंत होगी कार्रवाई

किसी भी तरह की शिकायत आने पर चाहे वह आम जनता से प्राप्त हुई हो या किसी विभागीय अधिकारी-कर्मचारी से सभी शिकायतों की संबंधित विभागों के द्वारा तुरंत कार्रवाई की जाती है. सुधाकर बोदले संबंधी शिकायत की जांच भी राज्य और प्रशासन स्तर पर चल रही है.

इन योजनाओं में हुई है अनियमितता

बता दें कि मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना वर्ष 2020-2021 में स्तरहीन और घटिया उपहार सामग्री क्रय में गंभीर वित्तीय अनियमितता और रेडी टू ईट वितरण योजना में भ्रष्टाचार करने का आरोप लगा है. इसकी जांच कर अधिकारी सुधाकर बोदले ने जांच प्रतिवेदन उच्चाधिकारियों को दिया था, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई.

रमन सिंह ने की जांच की मांग, सीएम को लिखा पत्र

इस मामले में पूर्व मुख्यमंत्री डॉक्टर रमन सिंह ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को पत्र लिखा है. रमन सिंह ने भ्रष्टाचार के प्रमाणित अनियमितता से संबंधित जांच प्रतिवेदन पर कार्रवाई करने को कहा है. इसके साथ ही इस विभाग की उपरोक्त दोनों और अन्य संचालित जनहितकारी योजनाओं की किसी सेवानिवृत्त न्यायाधीश से निष्पक्ष जांच कराने की मांग की है.

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