दुर्ग। DMF शासी परिषद की बैठक हुई. बैठक में सभी सदस्यों ने कोरोना संक्रमण से निपटने और भविष्य में तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए DMF के संसाधन का उपयोग करने पर जोर दिया. सदस्यों ने कहा कि तीसरे वेव की आशंका को देखते हुए यह बहुत जरूरी है. इससे निपटने के लिए पर्याप्त व्यवस्था रखें. कोरोना संक्रमण से रोकथाम के लिए DMF मद से पर्याप्त राशि उपलब्ध कराई जाए.

DMF मद की आधी राशि सुरक्षित

बैठक में जिले के प्रभारी मंत्री मो. अकबर ने कहा कि सदस्यों का जिस तरह का मत है और निर्णय है, उससे कोरोना संक्रमण की स्थिति को देखते हुए आधी राशि मतलब लगभग 3 करोड़ इस मद में व्यय के लिए सुरक्षित रखे जाएं. शेष 3 करोड़ 38 लाख रुपए से सदस्यों के प्रस्तावों पर विचारोपरांत निर्णय लेकर इन पर कार्य आरंभ किया जाए.

DMF मद से स्वास्थ्य ढांचे में किए गए खर्च

बैठक में गृह एंव पीडब्ल्यूडी मंत्री ताम्रध्वज साहू ने कहा कि डीएमएफ के माध्यम से पहले भी स्वास्थ्य ढांचे में खर्च किए गए हैं. इनका उपयोगी नतीजा आया है. अभी भी कोरोना संक्रमण को रोकने की दिशा में यह राशि काफी काम आएगी. शेष राशि में जो अत्यंत आवश्यक प्रकृति के कार्य हैं, उन्हें स्वीकृत कर आरंभ कराया जाए.

बैठक में संबोधन में कृषि मंत्री  रविंद्र चौबे ने कहा कि दुर्ग जिले में कोरोना संक्रमण की रोकथाम को लेकर प्रशासन ने अच्छा काम किया है. तेजी से निर्णय लेते हुए कोरोना संक्रमण की रोकथाम की दिशा में प्रभावी कार्रवाई हुई. आगे भी तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए हमें अपने संसाधनों को लगातार अपडेट करना होगा. इसके लिए डीएमएफ के माध्यम से पूरी मदद देनी होगी.

पीएचई मंत्री गुरु रूद्र कुमार ने कहा कि विधायक निधि और डीएमएफ के बेहतर उपयोग से पूरे प्रदेश में कोरोना संक्रमण से लड़ने का ढांचा मजबूत हुआ है. हम लोगों ने लगातार इस दिशा में कार्य किया है. आगे भी अग्रिम तैयारी हमारे लिए काफी उपयोगी होगी.

दुर्ग विधायक अरुण वोरा ने क्षेत्र की प्रमुख मांगों को बैठक में रखा. उन्होंने कहा कि डीएमएफ के माध्यम से कुछ ऐसे प्रस्ताव रखे गए हैं, जिनसे दुर्ग के नागरिकों को काफी शिक्षा, स्वास्थ्य जैसे बुनियादी महत्व के मुद्दों पर काफी राहत मिलेगी.

वैशाली नगर विधायक विद्यारतन भसीन ने कहा कि टीकाकरण प्रक्रिया अभी लंबी चलेगी. टीकाकरण स्थलों पर डीएमएफ मद से शेड आदि के निर्माण कार्य आरंभ किये जा सकते हैं, ताकि बरसात में लोगों को दिक्कत न हो. भिलाई टाउनशिप में पेयजल का मुद्दा, पर्यावरण मंडल के अधिकारियों को भी जांच के लिए स्पॉट पर भेजें.

बैठक में भिलाई विधायक देवेंद्र यादव ने टाउनशिप में पेयजल का मुद्दा उठाया. उन्होंने कहा कि उनके और जिला प्रशासन द्वारा बार-बार ताकीद दिए जाने के बावजूद भिलाई टाउनशिप की पेयजल व्यवस्था में अपेक्षित सुधार बीएसपी प्रबंधन ने नहीं किया.

कलेक्टर डाॅ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे ने बताया कि फिल्टर प्लांट की टेक्नॉलाजी बदलें और तात्कालिक रूप से ऐसे उपाय करें, जिनसे अपेक्षित नतीजे सामने आए. प्रशासन ने पेयजल का टेस्ट कराया है. पहले से गुणवत्ता में सुधार परिलक्षित हुआ है. अभी वे गंगरेल से पानी मंगा रहे हैं. इसका असर तीन दिनों में दिख सकता है. बीएसपी प्रबंधन को नागरिकों को अविलंब शतप्रतिशत शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए हैं. प्रभारी मंत्री ने कहा कि पर्यावरण मंडल के अधिकारियों को भी मौके पर भेजकर रिपोर्ट लें.

अब तक 133 करोड़ रुपए के कार्य प्रस्तावित हो चुके हैं. डीएमएफ से कलेक्टर डाॅ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे ने शासी परिषद की बैठक में डीएमएफ मद से अब तक किए गए कार्यों की विस्तार से जानकारी दी. उन्होंने कहा कि अब तक 133 करोड़ रुपए के कार्य प्रस्तावित हो चुके हैं, जिनमें से अधिकांश पर कार्य पूरे हो चुके हैं.  3475 स्वीकृत कार्यों में 352 कार्य प्रगतिरत हैं.

बैठक में जिला पंचायत अध्यक्ष  शालिनी यादव, नगर निगम आयुक्त दुर्ग ऋतुराज रघुवंशी, जिला पंचायत सीईओ सच्चिदानंद आलोक, नगर निगम रिसाली कमिश्नर प्रकाश सर्वे और अन्य अधिकारी उपस्थित थे.

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