गरियाबंद। 15 दिन पेड़ की छांव को आशियाना बनाने पर मजबूर होने के कारण सुर्खियों में आए दर्रीपारा निवासी चैतूराम कमार की परेशानियां अब कम होती नजर आ रही है. लल्लूराम डॉट कॉंंम में इस संंबध में खबर प्रकाशित होने के बाद जिला प्रशासन ने पीड़ित की सुध लेते हुए हर संभव मदद का भरोसा दिलाया.

गरियाबंद एसडीएम भूपेन्द्र साहू के निर्देश पर नायब तहसीलदार ने दर्रीपारा पहुंचकर पीड़ित परिवार को 14800 रुपए का मुआवजा प्रदान किया. कुछ दिन पहले ही पीड़ित का घर जलकर खाक हो गया था, नायब तहसीलदार ने उसी का मुआवजा पीड़ित को प्रदान किया.

“लल्लूराम डॉट कॉंंम” से बातचीत में एसडीएम भूपेंद्र साहू ने बताया कि पीड़ित परिवार को हर संभव मदद किया. सरकार की योजनाओं का लाभ भी पीड़ित को प्रदान किया जाएगा. उन्होंने बताया कि पीड़ित के पास आधारकार्ड नहीं होने के कारण सरकारी योजनाओं का लाभ नहीं मिल पाया. उनका आधारकार्ड बनाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है. आधारकार्ड बनने के बाद उनका राशनकार्ड बनाने के साथ पीएम आवास की प्रक्रिया शुरू की जाएगी.

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गौरतलब है कि बीते दिनों दर्रीपारा निवासी चैतूराम कमार के झोपड़ीनुमा घर में आग लगने के बाद वह अपने परिवार के साथ एक पेड़ के नीचे गुजर बसर कर रहा है. स्थानीय युवाओं ने चैतूराम की विवशता को सोशल मीडिया में शेयर किया. प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया ने भी खबर को प्रमुखता से प्रकाशित किया. “लल्लूराम डॉट कॉंंम” ने भी अपना सामाजिक दायित्व निभाया ओर उसका असर भी देखने को मिला.

वहीं मुआवजा राशि मिलने पर पीड़ित परिवार ने खुशी जाहिर की है. पीड़ित परिवार ने मीडिया और सोशल मीडिया का आभार व्यक्त किया एवं जिला प्रशासन से पीएम आवास और राशनकार्ड जल्द जारी करने का आग्रह किया है.