विदिशा। मध्य प्रदेश में बढ़ते कोरोना संक्रमण को देखते हुए जहां सरकार स्वास्थ्य कर्मियों की भर्ती कर रही थी, वहीं अब संक्रमण कम होने पर उन्हें निकाला जा रहा है. ताजा मामला विदिशा जिले में देखने को मिला, जहां मेडिकल कॉलेज में रखे गए अस्थाई नर्स, फार्मासिस्ट एवं अन्य नर्सिंग स्टाफ को नौकरी से हटाया जा रहा है.
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शासन- प्रशासन के इस रवैये से नाराज होकर स्वास्थ्य कर्मचारियों ने सोमवार को जिला कलेक्ट्रेट परिसर में हड़ताल की. इस दौरान नारेबाजी करते हुए कर्मचारियों ने प्रशासन से संविदा नियुक्ति की मांग की. वहीं नर्सिंग स्टाफ कर्मियों का कहना है कि उन्होंने पिछले साल भी कोरोना की पहली लहर में पूरी तत्परता से अपनी ड्यूटी की थी. जिसके बाद कोरोना संक्रमण कम होने पर उन्हें अपने पद से हटा दिया गया था.
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कर्मचारियों ने कहा कि इस साल भी कोरोना दूसरी की लहर में केस कम होने के बाद प्रशासन ने बिना किसी प्रमाण पत्र या संविदा नियुक्ति किए सभी अस्थाई कर्मियों को पद से हटाया जा रहा है.
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