कपिल मिश्रा, शिवपुरी। मध्यप्रदेश के शिवपुरी जिले में मानवता को शर्मसार कर देने वाला एक मामला सामने आया है। अपनी बीमार मां की इलाज कराने महज 15 हजार रुपये के लिए एक युवती को बंधुआ मजदूरी करना पड़ा। युवती को बंधुआ मजदूरी से मुक्त करने के लिए 15 हजार रुपये की जगह 1 लाख रुपये की मांग की जा रही थी। मामले में प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए बेटी को आरोपी के चंगुल से मुक्त कराया

मामले की सूचना शिवपुरी जिला प्रशासन को बंधुआ मजदूर मुक्ति मोर्चा दिल्ली से प्राप्त हुई थी। इस सूचना की पुष्टि के लिए पोहरी SDM जेपी गुप्ता ने बैराड़ तहसीलदार विजय शर्मा, एसआई नितिन भार्गव और राजस्व विभाग की संयुक्त टीम को डाबरपुरा गांव में दबिश देने भेजा।

यहां से प्रशासन की टीम ने एक 19 साल की युवती को इंदर बेडिया नाम के एक व्यक्ति के घर से बरामद किया। युवती को घर में बंधक बनाकर रखा गया था और उसके साथ मारपीट कर घरेलू कार्य कराया जाता था। बैराड़ तहसीलदार विजय शर्मा ने बताया कि मूलत: झाबुआ की रहने वाली युवती भोपाल में पिछले कुछ समय से अपनी मां के साथ रहती थी।

पीड़ित युवती उजाला की मां ने बंधुआ मजदूर मुक्ति मोर्चा दिल्ली को एक शिकायत दर्ज कराई थी, जिसमें उसने बताया था कि मार्च 2021 में मेरी तबीयत खराब हो गई थी। इलाज के लिए मैंने शिवपुरी जिले के बैराड़ थाना क्षेत्र के ग्राम डाबरपुरा निवासी इंदर बेडिया से 15 हजार रुपये लिया था। इसके एवज में इंदर बेडिया मेरी बेटी को घरेलू काम करने अपने गांव ले गया और अब तीन महीने बाद मेरी बेटी को जबरन बंधक बनाकर बंधुआ मजदूरी करा रहा है। इंदर बेडिया द्वारा बंधुआ मजदूरी से मुक्त करने अब 15 हजार के एवज में 1 लाख रुपये की मांग की जा रही है।

बंधुआ मजदूर मुक्ति मोर्चा दिल्ली की शिकायती आवेदन पर कार्रवाई करते हुए मंगलवार को प्रशासन ने युवती को इंदर बेडिया के चंगुल से मुक्त करा लिया है।

फिलहाल युवती को वन स्टॉप सेंटर शिवपुरी भेज दिया गया है. परिजनों को भोपाल सूचना देकर शिवपुरी बुलाया गया. तहसीलदार ने बताया कि आगे युवती जैसे बयान देगी उसी के अनुसार कार्रवाई की जावेगी।

 

 

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