मेरठ. वयोवृद्ध कवि व गीतकार धर्मजीत सरल का शुक्रवार रात 10 बजे निधन हो गया. कवि व गीतकार होने के साथ ही वे लोकप्रिय नाट्य कलाकार भी थे. उन्होंने वर्षों इप्टा से जुड़कर 100 से ज्यादा नाटकों में अभिनय किया. उनका जन्म मेरठ में हुआ था.
धर्मजीत सरल ने नियंत्रक लेखा परीक्षा (सीडीए) कार्यालय में लगभग 36 वर्ष सेवाएं प्रदान की. उन्होंने बच्चों के लिए भी गीत लिखे. बताया गया कि वह एक जून को 88वां जन्मदिन मनाने वाले थे. उन्होंने देश के बड़े-बड़े साहित्यकारों गोपाल दास नीरज, सोहन लाल द्वेवेदी, संतोषानंद, किशन सरोज, शिशुपाल निर्धन आदि के साथ कवि मंच साझा किया.
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इनका गीत संग्रह तुम पुकारते तो सही काफी लोकप्रिय हुआ. उन्होंने बच्चों के लिए भी गीत लिखे. उनकी कविताएं पाठयक्रम में बच्चों को भी पढ़ाई जा रही हैं. वे मेरठ के सुभाष नगर में रहते थे. वे अपने पीछे पत्नी, पुत्र, पुत्रियां को छोड़ गए हैं.
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