बाराबंकी. अलीगढ़ जिले में हुए शराब कांड के बाद अब प्रदेश के जनपदों में अवैध शराब के लिए अभियान शुरू हो गया है. आबकारी विभाग व पुलिस द्वारा संयुक्त रूप से कार्रवाई करते हुए जिले के सभी थानों में विशेष धरपकड़ अभियान चलाया जा रहा है. अवैध शराब के कारोबारियों पर शिकंजा कसते हुए जनपद में कुल 23 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. साथ ही 530 लीटर अवैध शराब बरामद करने का दवा पुलिस कर रही है.

अवैध शराब बनाने, बेचने व पीने में प्रदेश में बाराबंकी जिले को जाना जाता है. बीते कुछ वर्षों पूर्व जिले के रामनगर व देवा इलाके में दर्जनों मौते अवैध शराब को पीने के बाद हो चुकी है. जिले में तैनात रहे पुलिस कप्तान डॉ. अरविंद चतुर्वेदी ने सराहनीय पहल करते हुए विकास खंड रामनगर के चैन पुरवा, ब्लॉक हरख थाना जैदपुर के टिकरा, निंन्दूरा ब्लॉक के कुर्सी थाने के कई गांवों को महिला मिशन कायाकल्प अभियान के तहत स्वरोजगार अभियान चलाकर मधुमक्खी पालन को रोजगार बताते हुए शराब बनाने के कारोबार में लगी महिलाओं को स्वरोजगार का नया साधन दिया था. लेकिन पूर्व कप्तान के तबादले के बाद से जिले में अवैध शराब का कारोबार एक बार फिर धड़ल्ले से फल फूल रहा है. उस काम पर अंकुश लगाने में वर्तमान पुलिस कप्तान यमुना प्रसाद ना काफी साबित हो रहे हैं. वहीं जब अब अलीगढ़ जिले में दर्जनों शराब के पियक्कड़ अपनी जान गवां चुके तब जाकर अवैध शराब के कारोबार से जुड़े व्यक्तियों पर पुलिस व आबकारी महकमा नींद से जागा है. अब एक बार फिर से अवैध शराब के कारोबार से जुड़े लोगों के विरुद्ध सख्ती करने लगा है.

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बता दें कि लगभग जिले के सभी थानों की पुलिस कच्ची शराब को पकड़ने का कार्य करती हैं, लेकिन इस धंधे से जुड़े व्यक्ति निर्भीक होकर मौत के जहर के लिए काम करने से नहीं चूकते हैं. इतनी भारी मात्रा में कच्ची शराब 530 लीटर और सैकड़ों लीटर लहन नष्ट करने के साथ एक दर्जन शराब भट्टियों को नष्ट कराया गया. वहीं शराब के ठेको की वैधता व स्टॉक रजिस्टर को चेक करने के साथ शराब की कई दुकानों को चेकिंग की गई.

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