ललित सिंह ठाकुर, राजनांदगांव। ओ साथी रे…तेरे बिना भी क्या जीना. मुकद्दर का सिकंदर फिल्म के इस गीत को एक पति ने वास्तविक जीवन में चरितार्थ कर दिया, लेकिन ये कदम बहुत घातक था. यूं ही नहीं कहा गया है कि पति-पत्नी का जन्म-जन्मांतर का रिश्ता होता है. रिश्तों को मानने वाले आखिरी सांस तक साथ निभाते हैं, लेकिन गंडई के धोधा गांव में पति-पत्नी दोनों ने मौत को गले लगा लिया. ये बहुत खतरनाक कदम था, लेकिन सच है. इस खौफनाक कदम से हर कोई खौफजदा है.
पत्नी फांसी लगाकर दी जान
दरअसल, बीते शुक्रवार की सुबह घर के सभी लोग रोजगार गारंटी योजना में काम करने गए थे, तभी पति-पत्नी के बीच मामूली बात को लेकर विवाद हो गया. इससे आहत होकर पत्नी यंशिका वर्मा ने अपने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. इस घटना के सदमे में पति मिनेश वर्मा अपनी बाइक को एक ट्रक में ठोक दिया. इलाज के लिए ले जाते वक्त पति मिनेश वर्मा की भी मौत हो गई.
गमजदा पति ट्रक पर ठोक दिया बाइक
गंडई के थाना प्रभारी निरीक्षक शशिकांत सिंहा ने कहा कि इस घटना में दोनों के बीच विवाद हुआ था. इससे आहत होकर नवविवाहिता मौत को गले लगा ली, जबकि पति भी सदमे को सह नहीं पाया. इसलिए गाड़ी को ट्रक से भिड़ा दिया. सड़क हादसे में उसकी भी मौत हो गई.
बता दें कि मिनेश वर्मा और यंशिका वर्मा की शादी 14 फरवरी 2021 को ही हुई थी. पुलिस की पूछताछ में पता चला कि मिनेश वर्मा ग्राम धोधा का निवासी था. पत्नी की मौत के सदमे में आकर पति तेज रफ्तार से गाड़ी चलाकर ट्रक से टकरा गया. पति-पत्नी दोनों का धोधा गांव में अंतिम संस्कार किया गया.
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