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रायपुर। सांस लेने में गंभीर कठिनाई, पूरे शरीर में सूजन और भूख में कमी होने के कारण एनएच एमएमआई नारायणा अस्पताल में 47 वर्षीय धीरज वर्मा भर्ती हुए थे. कमजोर दिल को देखते हुए रोगी को वाल्व और आरोही महाधमनी- दोनों को ठीक करने के लिए प्रारंभिक उच्च जोखिम वाली सर्जरी की आवश्यकता थी. इसे चुनौती के रूप में लेते हुए कार्डियोलॉजिस्ट, कार्डियक सर्जन और एनेस्थिसिस्ट की टीम ने “बेंटॉल प्रक्रिया” की गई. आज रोगी की हालत स्थिर है, और अस्पताल से छुट्टी के लिए तैयार है.
सीनियर इंटरवेंशनल कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. सुमंत शेखर पाढ़ी द्वारा की गई जांच एवं शारीरिक परीक्षण में पाया गया कि रोगी का गंभीर महाधमनी स्टेनोसिस (हृदय से रक्त के प्रवाह की रक्षा करने वाला वाल्व) अच्छी तरह से नहीं खुल रहा था, गंभीर एल. वी. डिसफंक्शन (कमजोर हृदय) के कारण दिल को विफलता में पाया गया और आरोही महाधमनी में फैलाव भी (वह नली जो हृदय से सारा रक्त निकाल देती है) पाया गया.
सीनियर इंटरवेंशनल कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. सुमंत शेखर पाढ़ी द्वारा की गई जांच एवं शारीरिक परीक्षण पाया गया कि धीरज वर्मा का दिल बहुत कमजोर था, और सामान्य से एक तिहाई कम काम कर रहा था. उसके अन्य सभी अंग जैसे लीवर आदि कम काम कर रहे थे. आरोही महाधमनी के धमनीविस्फार के फैलाव के कारण अचानक मृत्यु का खतरा था. इसलिए प्रारंभिक उच्च जोखिम वाली सर्जरी (बेंटॉल सर्जरी) की आवश्यकता थी.
इस बहुत ही उच्च जोखिम वाली सर्जरी को कार्डियोलॉजिस्ट, कार्डियक सर्जन और एनेस्थिसिस्ट की टीम ने चुनौती ली. कार्डियक आईसीयू में 4 दिनों तक स्थिर रहने के बाद डॉ. तेज कुमार (सीटीवीएस सर्जन) और डॉ अरुण अंडप्पन (सीनियर कार्डियक एनेस्थिसिस्ट) की मदद से वरिष्ठ कार्डियक सर्जन डॉ. पी के हरि कुमार द्वारा “बेंटॉल प्रक्रिया” की गई.
सलाहकार, कार्डियो-थोरेसिक और वैस्कुलर सर्जरी, एनएच एमएमआई नारायण सुपरस्पेशलिटी हॉस्पिटल डॉ. पीके हरि कुमार ने सर्जरी के बारे में बताया कि ऐसे रोगियों में हृदय की स्थिति अधिक जटिल होती है, और इसके लिए उचित योजना और टीम वर्क (हृदय रोग विशेषज्ञ, कार्डियक सर्जन, कार्डिएक एनेस्थिस्ट और नर्सिंग और अन्य तकनीकी कर्मचारी) की आवश्यकता होती है. विशेष रूप से ऐसे बीमार रोगी की इस तरह की सर्जरी छत्तीसगढ़ जैसे राज्यों में भी सफलतापूर्वक की जा सकती है.
वरिष्ठ चिकित्सा अधीक्षक डॉ. आलोक कुमार स्वाइन ने कहा कि वर्तमान महामारी की स्थिति के दौरान, कई केंद्रों में कोविड संक्रमण के उच्च जोखिम के कारण जटिल कार्डियक सर्जरी को या तो स्थगित कर दिया गया है, या रद्द कर दिया गया है. एनएच एमएमआई नारायण अस्पताल के सुविधा निदेशक नवीन शर्मा ने इस जटिल और उच्च श्रेणी के सफल ऑपरेशन के लिए पूरी टीम को बधाई दी है.