पेरिस। पूरी दुनिया मे दक्षिणपंथियों की लहर के बीच फ्रांस ने उदार मध्यमार्गी एमानुएल मैक्रोन अपना नया राष्ट्रपति चुना है. रविवार को फ्रांस में हुए राष्ट्रपति चुनाव में मैक्रोन ने धुर दक्षिणपंथी मरीन ली पेन को हराया। फ्रांस के इतिहास में मैक्रोन सबसे कम उम्र के राष्ट्रपति बने हैं. 39 वर्षीय पूर्व इन्वेस्टमेंट बैंकर मैक्रोन आज तक कभी किसी निर्वाचित पद पर नहीं रहे हैं
राष्ट्रपति चुनाव जीतने के बाद मैक्रोन ने कहा कि वे देश के अंदरूनी विभाजन के खिलाफ लड़ाई लड़ेंगे। मैक्रोन ने कहा कि उन्होंने लोगों के क्रोध, तनाव और संदेहों को सुना है. पेरिस स्थित अपने पार्टी के मुख्यालय से मैक्रोन ने कहा कि वे यूरोप और इसके नागरिकों के साथ लिंक को दोबारा जोड़ेंगे. मैक्रोन ने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में फ्रांस अगली कतार में रहेगा।
चुनाव जीतने के बाद एक अन्य रैली में मैक्रोन ने कहा कि वो अगले पांच साल में वो सब करेंगे जिससे जनता को अतिवादियों को वोट न देना पड़े। मैक्रोन ने जून में फ्रांस के नीचले सदन के लिए होने वाले चुनाव में बहुमत प्राप्त करने की कोशिशें शुरू कर देने की तरफ भी संकेत किया।
फ्रांस के चुनाव में सबसे ज्यादा दिलचस्प बात ये रही कि देश की दो सबसे बड़ी पार्टियों के राष्ट्रपति उम्मीदवार पहले ही दौड़ से बाहर हो गये थे। मरीन ली की लोकप्रियता पिछले कुछ सालों में तेजी से बढ़ी थी जिससे इस बात की आशंका बढ़ गयी थी कि कई अन्य देशों के तरह फ्रांस में भी धुर दक्षिणपंथी पार्टी सत्ता में आ सकती है।