नई दिल्ली। खरीफ सीजन की तैयारी में जुटे किसानों को मोदी सरकार ने बड़ा तोहफा देते हुए धान सहित अन्य खरीफ फसलों की न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) में बढ़ोतरी करने की घोषणा की है. धान की कीमत में 72 रुपए की बढ़ोतरी करते हुए 1868 रुपए से 1940 रुपए प्रति क्विंटल किया है, वहीं बाजरा का एमएसपी 2150 रुपए से बढ़ाकर 2250 रुपए प्रति क्विंटल किया है.

केंद्रीय कैबिनेट की बुधवार को हुई बैठक में लिए गए निर्णय की जानकारी देते हुए केंद्रीय कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने कहा कि विगत 7 वर्षों में किसान के पक्ष में बड़े निर्णय हुए हैं, ताकि किसानों की आमदनी बढ़ सके और उनमें ख़ुशहाली आ सके. एमएसपी 2018 से लागत पर 50% मुनाफ़ा जोड़कर घोषित की जाती है. उन्होंने कहा कि जारी खरीफ विपणन सीजन 2020-21 में एमएसपी पर 813.11 लाख मीट्रिक से अधिक धान की खरीद की गई, जिससे 120 लाख से अधिक किसानों को लाभ हुआ है. पिछले साल के 736.36 लाख मीट्रिक टन धान की खरीदी की गई थी.

नरेन्द्र सिंह तोमर ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में किसानों के क्षेत्र एक के बाद एक निर्णय लिए गए, जिससे किसान की आय बढ़े. खेती फायदे का सौदा इसके लिए काम किया गया. उन्होंने कहा कि पिछले दिन जब रिफॉर्म के बारे में बात हुई थी तो एमएसपी को लेकर बहुत बात हुई थी. उस वक्त भी हमने कहा था एमएसपी है, और आने वाले समय में भी जारी रहेगी. इसलिए सरकार एमएसपी का एलान कर रही है. इस कड़ी में धान के साथ धान, बाजरा और अरहर की एमएसपी में बढ़ोतरी की गई.

किसान से बातचीत के लिए हैं तैयार

तोमर ने आगे कहा कि कृषि कानून देश की सभी पार्टी लाना चाहती थी लेकिन वो हिम्मत नहीं कर पाई. भारत सरकार ने किसानों के साथ 11 बार बातचीत की. लेकिन इसका कोई जवाब ना किसी किसान यूनियन ने दिया ना ही किसी पार्टी ने दिया, इसलिए बातचीत आगे नहीं बढ़ पाई. जब किसान बातचीत के लिए तैयार होंगे हम बातचीत के लिए तैयार है.