रायपुर। छत्तीसगढ़ के पूर्व मंत्री राजेश मूणत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है. राजेश मूणत ने कोरोना काल में छत्तीसगढ़ को आबंटित खाद्यान्न में अनियमितता का आरोप लगाया है. साथ ही पीएम को चिट्ठी लिखकर जांच की मांग की है. मूणत के मुताबिक केंद्र सरकार ने कोरोना काल में राशन कार्डधारी प्रति परिवार को दो महीने का 10 किलो राशन राज्य सरकार को वितरण करने के लिए दिया था, लेकिन 3 सदस्य वाले परिवारों को राशन नहीं दिया गया.
मूणत ने PM मोदी को लिखी चिट्ठी
राजेश मूणत ने लिखा कि भारत सरकार ने छत्तीसगढ़ शासन को राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के अंतर्गत अंत्योदय और प्राथमिकता समूह के राशन कार्ड पर 2 लाख 770 मीट्रिक टन खाद्यान्न निःशुल्क आबंटित किया. दिए गए खाद्यान्न का वितरण छत्तीसगढ़ शासन ने नहीं किया. राशन कार्डधारी हितग्राही को निर्धारित मात्रा से कम खाद्यान्न प्राप्त होने की शिकायत निरंतर प्राप्त हो रही है.
इन परिवारों को नहीं मिला राशन
केंद्र सरकार द्वारा प्रति व्यक्ति 2 महीने का 10 किलो चावल राज्य को दिया गया था, लेकिन सरकार ने ऐसे राशन कार्डधारी जिसके परिवार में 3 सदस्य हैं, उनको यह अतिरिक्त चावल नहीं दिया. राशन कार्डधारियों को निर्धारित मात्रा से कम खाद्यान्न प्राप्त होने की शिकायत मिल रही है. यह शेष अनाज कहां जा रहा है, यह जांच का विषय है.
राजेश मूणत ने लिखा कि शासन के एक मंत्री ने इस बड़ी ‘गड़बड़ी’ को स्वीकार भी किया है, लेकिन ऐसे अनियमितता जारी है. केंद्र द्वारा अब यह चावल दीपावली तक मुफ्त देने की घोषणा हुई है. इस तरह उसे भी अंतिम लाभार्थियों तक पहुंचने दिया जाएगा. इसमें संदेह है. इस अनियमितता की पड़ताल आवश्यक है.
देखें पत्र
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