सदफ हामिद, भोपाल। मध्य प्रदेश में नकली कोरोना जांच घोटाला मामले में कांग्रेस के हल्लाबोल के बाद राजधानी के सीएमएचओ का बयान सामने आया है. सीएमएचओ डॉक्टर प्रभाकर तिवारी ने नकली कोरोना जांच घोटाले पर कहा कि सैम्पलिंग टीम इस पर काम कर रही है. पहले भी लोगों ने गलत नाम और नंबर लिखवाए थे. लोग सही नाम-नंबर लिखवाएंगे तो परेशानी नहीं आएगी.
सीएमएचओ डॉक्टर प्रभाकर तिवारी ने बताया कि रैपिड टेस्ट में मरीज से नंबर मांगा जाता है. हर इंसान स्वतंत्र है. जो नंबर मरीज बताते हैं वहीं लिखा जाता है. उन्होंने कहा कि पहले भी लोगों ने गलत नाम और नंबर लिखवाए थे, जिससे पॉजिटिव केस ढूढने में परेशानी हो रही थी. लोग सही नाम और नबंर लिखवाएंगे तो परेशानी नहीं आएगी.
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गौरतलब है कि प्रदेश में सामने आए नकली कोरोना जांच घोटाला मामले में कांग्रेस अब कोर्ट जाने की तैयारी कर रही है. इस मामले को लेकर पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव ने कहा कि इस मामले में जरुरत पड़ी तो कांग्रेस कोर्ट जाएगी. इस मामले में कार्रवाई होना चाहिए. घोटाले पर घोटाले हुए हैं, ये महा घोटाला है.
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ये है मामला
बता दें एक दैनिक समाचार पत्र ने एमपी में कोरोना की पॉजिटिविटी रेट कम करने के लिए घोटाला होने का दावा किया है. समाचार पत्र के मुताबिक घोटाले से संबंधित सबूत उनके पास मौजूद हैं. अखबार का दावा है कि उनकी जांच में 40 नंबर ऐसे मिले हैं जिन पर फर्जी एंट्री कर 681 लोगों के नाम की फर्जी कोरोना रिपोर्ट बना दी गई. हालांकि सरकार ने ऐसे किसी भी घोटाले से इंकार किया है. मामले में मंत्री विश्वास सारंग ने कहा कि ये पूरी तरह गलत है. जिला प्रशासन भी इस बात का खण्डन कर चुका है.
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