लखनऊ। बुजुर्ग अब्दुल समद की पिटाई को सोशल मीडिया में धार्मिक रंग देने वाले उम्मेद पहलवान ने अपने ऊपर लगे आरोपों को स्वीकार कर लिया है. इस बात का खुलासा करते हुए गाजियाबाद डीआईजी अमित पाठक ने बताया कि उम्मेद ने अपने साथी के साथ सारी योजनाओं को बनाने की बात कबूल लिया है.

बता दें कि उम्मेद पहलवान ने पहले कहा था कि पीड़ित अब्दुल समद ने उनसे झूठ बोला था, लेकिन पुलिस की पूछताछ में उसने स्वीकार कर लिया कि घटनाक्रम को धार्मिक रंग देने की योजना में वह और उसके साथ एक साथ व्यक्ति शामिल थे.

घटना को सनसनीखेज बनाने का काम

डीआईजी अमित पाठक ने बताया कि ये लोग जानते थे कि घटना किसके द्वारा की गई, लेकिन घटना को सनसनीखेज बनाने के लिए बातें छुपाई. इस व्यक्ति की राजनीतिक महत्वाकांक्षाएं हैं. मामले में आरोपी को न्यायालय के समक्ष पेश करने का कार्रवाई की जा रही है. अन्य आरोपी से पूछताछ की तैयारी कर रहे हैं, जो योजना में शामिल है.

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जानिए क्या था मामला

बता दें कि 5 जून को गाजियाबाद के लोनी इलाके में सूफी अब्दुल समद सैफी के साथ मारपीट की घटना हुई थी, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था. आरोपियों ने मारपीट करने के साथ बुजुर्ग की दाढ़ी भी काट दी थी. बाद में अब्दुल समद ने जबरन जय श्रीराम के नारे लगावाने का आरोप लगाया था.

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