लखनऊ। उन्नाव में नाना के घर रह रही दस साल की बच्ची पांच दिन पहले बकरी चराने के दौरान संदिग्ध परिस्थितियों में गायब हो गई थी. परिजनों के गुमशुदगी की रिपोर्ट पर दर्ज मामले में पुलिस ने आरोपी से पूछताछ के बाद बच्ची का शव कुएं से बरामद किया गया. जांच के दौरान आरोपी ने कपड़े में छिपाए असलहे से पुलिस पर फायर कर भागने का प्रयास किया, जिसे घायल कर पुलिस ने हिरासत में ले लिया है.
जानकारी के अनुसार, उन्नाव की पुरवा कोतवाली क्षेत्र के ग्राम रग्घूखेड़ा में अपने नाना के यहां रह रही मासूम 20 जून को अपनी बकरियां लेकर जंगल मे चराने गयी थी. इस बीच तेज बारिश होने पर बकरियां भागकर वापस घर चली गई, लेकिन काफी देर बाद जब बच्ची घर नहीं पहुंची तो परिजनों ने खोजबीन शुरू की. इसके बाद भी पता नहीं चलने पर बच्ची की मां पुष्पा ने पुरवा कोतवाली में शिकायती पत्र देकर कुछ लोगों पर बच्ची को गायब करने का आरोप लगाकर मामला दर्ज करवाया.
बच्ची के गायब होने पर एसपी ने पुरवा, मौरावां असोहा थानों की पुलिस टीम के अलावा एसओजी टीम, डॉग स्क्वायड टीम को सर्च अभियान में लगाया था. 4 दिन तक पुलिस ने कई लोगों से पूछताछ करने के साथ जंगल में बच्ची की तलाश में जुटी थी. सर्विलांस टीम को 24 जून को नीरज गौतम का लोकेशन जंगल में ट्रेस होने पर उसे हिरासत में लिया गया.
रग्घूखेड़ा में ही रहने वाले नीरज गौतम ने पुलिस को बताया कि बच्ची ने छेड़छाड़ के दौरान चिल्लाना चाहा तो गला दबाकर हत्या करने के बाद शव को जंगल में बने कुएं में फेंक कर फरार हो गया था. पुलिस ने आरोपी की निशानदेही पर शव को कुएं से बरामद कर परिजनों को सूचना दी. परिजनों की मौजूदगी में पुलिस ने कारवाई कर शव को पीएम के लिए भेजा.
इसके साथ ही पुलिस ने 24/25 की रात करीब 3 बजे आरोपी को लेकर उसके कपड़े बरामद करने पुरवा कोतवाली क्षेत्र के तारागढ़ी जंगल में पहुंची, जहां आरोपी ने कपड़े में लपेटकर रखे गए अवैध तमंचे से पुलिस कर्मियों पर फायर का भागने का प्रयास किया. पुलिस कर्मियों ने पीछा कर मुठभेड़ में आरोपी के दोनों पैरों में गोली मारकर घायल कर पकड़ लिया. आरोपी को सीएचसी से जिला अस्पताल रेफर किया गया है.