रायपुर.  पूर्व मंत्री और बीजेपी नेता राजेश मूणत ने कांग्रेस पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि महासमुंद कांग्रेस जिला अध्यक्ष का जो पत्र वायरल हुआ है, उसने प्रशासनिक सेवा के मर्यादा का गला घाेंट दिया है. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में कांग्रेस नेता ऐसा कह रहे हैं कि उनके या उनके जनप्रतिनिधि या फिर उनके अधिकृत् व्यक्ति के बिना किसी अवलोकन के निर्माण राशि का भुगतान नहीं किया जाए. छत्तीसगढ़ में पहले ऐसा कभी नहीं हुआ है, लेकिन कांग्रेस राज में नुमाइंदों ने सारी हदें पार कर दी है. वैसे भी सरकार में काबिज मंत्री यह कहते हैं कि उनके जिला अध्यक्ष ही जिले के कलेक्टर हैं. बाकी सिस्टम में नियुक्त कलेक्टर बाद के हैं.

मूणत ने कहा कि कांग्रेस राज में सब कुछ मुमकिन है. स्वयंभू खुद को प्रशासनिक सेवा के गौरवान्वित पद का श्रेष्ठ समझकर कांग्रेस नेता कमीशन वसूलने साजिश रच रहे हैं. निर्माण कार्यों में आज सभी ठेकेदार इस तरह के दबाव से बेहद परेशान हैं कि इसका असर प्रदेश के विकास कार्यों में दिखने लगा है. हर तरफ हालत बंजर हो गई है. मोटी कमीशन बाजी के खेल में कांग्रेस और उनके नेताओं ने प्रदेश का सत्यानाश कर दिया है. मंत्रियों के बीच आपस बेसुर का तालमेल ही यह बंया करता है कि सरकार के फैसले किस नतीजे पर है. आगे प्रदेश का क्या हाल कर देंगे. ढाई साल अभी भी बचे हैं.

मूणत ने कहा कि राशन, गोबर और फिर दवा तक में कांग्रेस ने कमाई के लिए हदें पार की है, ना जाने आगे और क्या-क्या देखने को मिलने वाला है. भाजपा सरकार ने जो काम कराए थे, सरकार ने वाहवाही लूटने ना ही उसका दोबारा भूमि पूजन कराया बल्कि श्रेय लेने की होड़ में कई जगह नाम के झंडे गाड़ दिए. निर्माण एजेंसियों का जिस तरह से हाल है कांग्रेस राज में बिना कोई प्लानिंग के सबकुछ वारे न्यारे किया जा रहा है. जिला स्तर के नेताओं का सीधे निर्माण कार्यों में इस तरह का दखल होना चरित्र प्रदर्शित करने वाला है. आकाओं के संरक्षण में निचले स्तर पर बनाए जा रहे दबाव के आगे प्रदेश का विकास पूरी तरह से रूक गया है. मुखिया जानबूझकर इन गतिविधियों से अंजान बनने की कोशिश में है.

जनता को गुमराह करना हो तो सिर्फ पत्र

प्रदेश में जिस तरह के हालात उपजे हैं उन्हें छिपाने के लिए भी कांग्रेस के मुखिया बड़ा खेल खेल रहे हैं. जब भी प्रदेश के हित और फिर दुर्दशा की बात आती है मुख्यमंत्री केंद्र की योजनाओं पर सवाल उठाकर पत्राचार शुरू कर देते हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत का स्थान विश्वपटल पर तय कर दिया है, लेकिन कांग्रेस आज भी अपनी ओछी मानसिकता से नहीं निकल पाई है. कोविड काल की संकट की घड़ी में गरीब परिवारों के लिए केंद्र ने राशन वितरण की योजना लागू है लेकिन कांग्रेस राज में यहां भी घोटाला ही किया जा रहा है.

इसे भी पढ़ें – प्रधानमंत्री मोदी को लिखे गए पत्र पर भगत का बयान घोटाले के खुलासे की बौखलाहट- राजेश मूणत

प्रशासन की गरिमा को पहुंचा रहे ठेस

कांग्रेस शासनकाल में जिस तरह से नेता-मंत्री प्रशासन पर हावी है, उससे प्रशासनिक व्यवस्था की गरिमा को ठेस पहुंच रही है. मंत्री कहते हैं उनके जिलाध्यक्ष ही जिले के कलेक्टर हैं. ऐसे शब्द मुखिया के आदर्श चरित्र को भी प्रस्तुत करते हैं. सिपे-सलाहकारों की फौज रखने के बाद भी कांग्रेस पार्टी किस तरह से प्रशासनिक व्यवस्था का गला घाेंट रही है यह किसी से छिपा नहीं है. रेत चोरी, रेत भंडारण और फिर प्रशासन को तगड़ा राजस्व नुकसान, हाल में मीडिया के लिए सुर्खियां बने हुए हैं.

Read more –  UP Police Serves a Notice to Twitter India Head for’provoking communal unrest’