लखनऊ. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की प्राथमिकताओं में शामिल विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान की गुरुवार को राजधानी के सभी नगरीय व ग्रामीण सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों से शुरुआत हुई. यह अभियान पूरे जुलाई माह चलेगा और इसी दौरान 12 से 25 जुलाई तक दस्तक अभियान भी चलाया जाएगा. अभियान का शुभारंभ काकोरी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) से मलिहाबाद विधानसभा क्षेत्र की विधायक जय देवी ने किया. उन्होंने कहा कि यह अभियान तभी सफल हो सकता है, जब सभी लोग बढ़कर इसमें सहयोग करें, क्योंकि संचारी रोगों से मुक्ति पाने के लिए हर वर्ग में जागरूकता की बड़ी जरूरत है.
इस मौके पर विधायक जय देवी ने अभियान में लगे छिड़काव, सेनेटाइजेशन, फागिंग व प्रचार-प्रसार वाहनों को भी हरी झंडी दिखाकर क्षेत्रों में रवाना किया. उन्होंने इस मौके पर उपस्थित एएनएम व आशा कार्यकर्ताओं के साथ ही अन्य विभागों के कर्मचारियों की कोरोना काल में निभाई गई सराहनीय भूमिका की तारीफ की. उन्होंने कहा कि इस अभियान की सफलता का भी सारा दारोमदार आप लोगों के ही कंधों पर है. इसी क्रम में विधायक जय देवी ने मलिहाबाद सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर भी अभियान की शुरुआत की और कर्मचारियों का उत्साहवर्धन किया. राजधानी के अन्य सभी नगरीय व ग्रामीण सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों से भी जनजागरूकता रैली निकालकर इस विशेष अभियान की शुरुआत की गई. जिसमें स्थानीय जनप्रतिनिधियों और विभागीय अधिकारियों व कर्मचारियों की सहभागिता रही.
इस मौके पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. संजय भटनागर ने कहा कि इस अभियान का नोडल स्वास्थ्य विभाग है, लेकिन इसमें 12 अन्य विभागों की भी अहम भूमिका है.
उन्होंने कहा कि संचारी रोगों और दिमागी बुखार पर प्रभावी नियंत्रण व इनका त्वरित और सही उपचार सरकार की प्राथमिकताओं में शामिल है. इसी के तहत वर्ष 2020 में मार्च, जुलाई व अक्टूबर में विशेष संचारी रोग नियंत्रण एवं दस्तक अभियान चलाया जा चुका है. मार्च 2021 में संपन्न दस्तक अभियान के दौरान संचारी रोगों के साथ ही कोविड-19 से बचाव तथा इस रोग के लक्षणों के बारे में भी फ्रंटलाइन वर्कर ने घर-घर पहुंचकर लोगों को जागरूक कर चुके हैं. विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान के दौरान बुखार, खांसी और जुकाम के लक्षण वाले मरीज मिलने पर रैपिड रेस्पांस टीम (आरआरटी) टीम जांच करेगी.
इस मौके पर संचारी रोग नियंत्रण कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डॉ. के.पी. त्रिपाठी ने बताया कि दस्तक अभियान के तहत इंफ्लूएंजा लाइक इलनेस (आईएलआई) के मरीजों, बुखार के मरीजों, क्षय रोग के लक्षण वालों और कुपोषित बच्चों की भी सूची बनायी जाएगी. टीबी के संभावित रोगियों की जांच कराई जाएगी और पुष्ट होने पर इलाज शुरू कराया जाएगा. बुखार के रोगियों की जांच कराकर देखा जाएगा कि उनमें कहीं इंसेफेलाइटिस, कोविड, मलेरिया, डेंगू आदि के लक्षण तो नहीं हैं. कुपोषित बच्चों का भी इलाज शुरू कराया जाएगा और आवश्यकता पड़ने पर पोषण पुनर्वास केंद्र भेजा जाएगा. अभियान में नगर विकास, पंचायती राज व ग्राम्य विकास विभाग जागरूकता, शुद्ध पेयजल की व्यवस्था, वेक्टर कंट्रोल और वातावरणीय स्वच्छता के प्रयास करेंगे. बाल विकास व पुष्टाहार विभाग कुपोषित बच्चों का चिन्हांकन, पुष्टाहार वितरण, जनजागरूकता व संवेदीकरण, दिमागी बुखार के दिव्यांग बच्चों को योजनाओं का लाभ दिलाएगा.
विधायक ने कहा कि शिक्षा विभाग व्हाट्सएप ग्रुप के जरिए जनजागरूकता अभियान व संवेदीकरण, चिकित्सा शिक्षा विभाग बीमारियों की जांच के लिए प्रयोगशाला प्राविधिक प्रशिक्षण, दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग दिमागी बुखार के दिव्यांगजनों के कल्याण की योजनाओं का लाभ दिलवाने का काम करेंगे. कृषि एवं सिंचाई विभाग द्वारा मच्छरों के प्रजनन पर रोक लगाने, सूचना विभाग द्वारा प्रचार-प्रसार और उद्यान विभाग द्वारा मच्छर रोधी पौधों के रोपण जैसी गतिविधियां प्रमुख तौर पर संचालित की जानी हैं.
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इस मौके पर डिप्टी सीएमओ डॉ. मिलिंद वर्धन, जिला स्वास्थ्य शिक्षा एवं सूचना अधिकारी योगेश रघुवंशी, जिला मलेरिया अधिकारी डीएन शुक्ल, जिला कार्यक्रम प्रबन्धक सतीश यादव, काकोरी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के अधीक्षक डॉ. दिलीप भार्गव और अन्य विभागीय अधिकारी व कर्मचारी के अलावा यूनिसेफ के प्रतिनिधि उपस्थित रहे.
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