नई दिल्ली। फ्रांस में भारत के साथ हुए 36 राफेल विमानों के सौदे में भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच शुरू हुई अब शुरू हो गई है. फ्रांस में राफेल विमानों के सौदे में भ्रष्टाचार को लेकर जांच से इंडिया में सियासी आंच दिखाई दे रही है. मानों राफेल लड़ाकू विमान सौदे में ‘घोटाले’ के बादल फिर से लौटे आए हैं. अब कांग्रेस को नए सिरे से मोदी सरकार को घेरने का मौका मिल गया. कांग्रेस ने एक बार फिर संयुक्त संसदीय समिति यानी जेपीसी से राफेल सौदे की जांच करवाए जाने की मांग की है. साथ ही राहुल गांधी ने ट्वीट कर लिखा कि  चोर की दाढी.

राफेल लड़ाकू विमान डील में मचा सियासी बवाल

दरअसल, कांग्रेस ने फ्रांस में राफेल विमान सौदे में कथित भ्रष्टाचार की न्यायिक जांच आरंभ होने के दावे वाली रिपोर्ट का हवाला देते हुए शनिवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सामने आना चाहिए. संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) से जांच का आदेश देना चाहिए. पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने यह दावा भी किया कि नए खुलासे से कांग्रेस और उसके पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की यह बात सच साबित हुई कि इस लड़ाकू विमान सौदे में ‘घोटाला’ हुआ है.

दूसरी तरफ, भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने कांग्रेस पर पलटवार करते हुए आरोप लगाया कि राहुल गांधी को प्रतिस्पर्धी रक्षा कंपनियां ‘‘मोहरा” बना रही हैं और साथ ही दावा किया कि देश को ‘‘कमजोर” करने के प्रयास के तहत वह और कांग्रेस पार्टी राफेल विमान सौदे में भ्रष्टाचार के आरोप लगाते रहे हैं.

गौरतलब है कि फ्रांस की समाचार वेबसाइट ‘मीडिया पार्ट’ की रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत के साथ 59000 करोड़ रुपये के राफेल विमान सौदे में कथित भ्रष्टाचार के मामले में फ्रांस के एक न्यायाधीश को ‘बहुत संवेदशील’ न्यायिक जांच की जिम्मेदारी सौंपी गई है. इस नयी रिपोर्ट को लेकर राहुल गांधी ने सरकार पर परोक्ष रूप से निशाना साधा तो कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा ने भगवान बुद्ध के संदेश का उल्लेख करते हुए कहा, ‘तीन चीजों को नहीं छिपाया जा सकता: सूर्य, चंद्रमा और सत्य.’

सुरजेवाला ने कहा कि ‘फ्रांस में जो ताजे खुलासे हुए हैं, उनसे साबित होता है कि राफेल सौदे में भ्रष्टाचार हुआ. कांग्रेस और राहुल गांधी की बात सही साबित हुई. अब यह घोटाला सबके सामने आ चुका है.’ उन्होंने दावा किया, ‘‘फ्रांस में इस मामले की जो जांच शुरू हुई है उसके तहत फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति फ्रांसवा ओलांद और मौजूदा राष्ट्रपति एमैनुएल मैक्रों की भी जांच होगी. राफेल निर्माता कंपनी दसां की साझेदार भारतीय कंपनी रिलायंस की कंपनी भी जांच के घेरे में है.’

रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि बीते 14 जून को फ्रांस के पब्लिक प्रोजेक्यूशन सर्विस पीएनएफ ने राफेल सौदे में भ्रष्टाचार और नाजायज तरीके से प्रभाव डालने की जांच शुरू कर दी है. इसमें फ्रांस के पूर्व और मौजूदा राष्ट्रपति आदि की जांच होगी साथ ही अनिल अम्बानी की कंपनी रिलायंस भी जांच के घेरे में है.

सुरजेवाला ने कहा, ‘अब भ्रष्टाचार सामने है, घोटाला सामने है. क्या प्रधानमंत्री जी सामने आकर राफेल घोटाले की जांच कराएंगे?’ एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि यह भाजपा बनाम कांग्रेस का नहीं, बल्कि राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा मुद्दा है तथा ऐसे में प्रधानमंत्री को जेपीसी जांच करानी चाहिए.

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