दिलशाद अहमद, सूरजपुर। किसानों को बोने के लिए मक्के का बीज दिए जाने की बजाए अधिकारी ने गोदाम में ही पड़े रहने दिया. लिहाजा, चूहों की पौ बारह हो गई. चूहों ने एक-एक कर आठ बोरी मक्का का बीज खा गए. स्थानीय किसानों की शिकायत के बाद जागे अधिकारी ने मामले की जांच कराने की बात कही है.

बारिश की शुरुआत किसानो के लिए किसी त्योहार से कम नहीं होती है, ऐसे में किसानों के कृषि कार्यों के लिए कृषि विभाग मदद करने की बजाए उन्हें चक्कर लगाने पर मजबूर कर रहा है. ओङगी क्षेत्र में गर्मी के महीने में ही किसानों को वितरित करने के लिए 60 क्विंटल मक्के का बीज आया था. इसे किसानों को बांटना था, लेकिन तत्कालीन कृषि विस्तार अधिकारी ने महज 20 क्विंटल मक्का बीज का वितरण कर अपने कर्तव्य का इतिश्री कर ली. मानसून आने से पहले क्षेत्र के कृषि विस्तार अधिकारी भी सेवानिवृत हो गए है.

इसे भी पढ़ें : औषधीय गुणों से भरपूर है बस्तर का ‘मंडिया पेज’, डायबिटीज के मरीजों के लिए रामबाण 

ओङगी जनपद के सदस्यों और किसानों की शिकायत के बाद तत्कालीन कृषि विस्तार अधिकारी ने कम बीज वितरण के पीछे चूहों के गोदाम में रखे आठ बोरी मक्का के बीज खाने की बात कही. जनपद सदस्यों की शिकायत पर जिला पंचायत सीईओ राहुल देव ने ओङगी जनपद में पहुंचकर अधिकारियों की क्लास ली. उन्होंने तत्काल किसानों को बीज वितरण के निर्देश दिए. सीईओ राहुल देव ने 90 प्रतिशत किसानों को बीज वितरण करने की बात कहते हुए बताया कि चूहों के मक्का बीज खाने का मामला जांच का विषय है, इसके बाद ही पता चल सकेगा कहां गड़बड़ी हुई है.