रायपुर- छत्तीसगढ़ विधानसभा में कल का दिन बेहद खास होगा. कांग्रेस के अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान सत्तापक्ष और विपक्ष के बीच घमासान मचना तय है. अविश्वास प्रस्ताव को लेकर आज विधानसभा में ना केवल विपक्षी सदस्यों ने सरकार को घेरने की रणनीति तैयार की, बल्कि सत्तापक्ष ने भी विपक्ष के आरोपों पर आक्रामकता से जवाब देने की रणनीति तैयार की है.
नेता प्रतिपक्ष टी एस सिंहदेव और भूपेश बघेल की मौजूदगी में समिति कक्ष में हुई कांग्रेस विधायक दल की बैठक में आरोपों को लेकर जिम्मेदारियां तय की गई है. कौन विधायक, किस मंत्री को सदन में घेरेगा, इसकी जिम्मेदारी सौंपी गई. बताया जा रहा है कि कांग्रेस ने सरकार के खिलाफ 168 बिंदुओं का आरोप पत्र तैयार किया है. इसी आऱोप पत्र के आधार पर विपक्ष सरकार को कटघरे में खड़े करने की कोशिश करता नजर आएगा.
इधर विधानसभा स्थित मुख्यमंत्री के कक्ष में मुख्यमंत्री डाॅ.रमन सिंह की मौजूदगी में तमाम मंत्रियों और चुनिंदा बीजेपी विधायकों की बैठक हुई. मुख्यमंत्री डाॅ.रमन सिंह ने मंत्रियों और विधायकों को जिम्मेदारियां सौंप दी है.
बैठक खत्म होने के बाद सरकार के मंत्री बृजमोहन अग्रवाल और प्रेमप्रकाश पांडेय ने कहा कि- यह पहला मौका नहीं है, जब विपक्ष ने सरकार के खिलाफ अविश्वास जताया हो. रमन सरकार के तीसरे कार्यकाल में यह दूसरा मौका है. हर बार विपक्ष को सदन में करारा जवाब दिया गया है. मंत्रियों ने कहा कि विपक्ष के अविश्वास जताने से कोई फर्क नहीं पड़ता. सरकार के काम और आंकड़ों के आधार पर तमाम आरोपों पर जवाब दिया जाएगा. प्रदेश की जनता ने तीन बार बीजेपी सरकार पर भरोसा जताया है और इस भरोसे के दम पर ही बीजेपी चौथी बार प्रदेश में सरकार बनाएगी.
इधर नेता प्रतिपक्ष टी एस सिंहदेव ने कहा कि- सदन में सरकार को बेनकाब करने की तैयारी कर ली गई है. जो आरोप पत्र तैयार किया गया है कि उसे लेकर जिम्मेदारी सुनिश्चित करने के लिए बैठक बुलाई गई थी.