रायपुर। कोरोना से बचाव के लिए वैक्सीन सबसे बड़ा हथियार है. इसलिए वैक्सीनेशन पर जोर दिया जा रहा है. छत्तीसगढ़ में 5 जुलाई तक 1 करोड़ 2 लाख 33 हजार 555 कोरोना के टीके लगाए गए हैं. प्रदेश के 84 लाख 82 हजार 600 लोगों को पहला टीका और 17 लाख 50 हजार 955 लोगों को दोनों टीके लगाए जा चुके हैं.

इतने लोगों को लगा पहला डोज

प्रदेश में 3 लाख 8 हजार 903 स्वास्थ्य कर्मियों, 3 लाख 15 हजार 985 फ्रंटलाइन वर्कर्स, 45 वर्ष से अधिक के 48 लाख 7 हजार 682 और 18 से 44 वर्ष आयु वर्ग के 30 लाख 50 हजार 30 लोगों को कोरोना का पहला टीका लगाया जा चुका है.

18+ के 80 हजार से अधिक लोगों को लगे दोनों डोज

वहीं 2 लाख 40 हजार 374 स्वास्थ्य कर्मियों, 2 लाख 13 हजार 676 फ्रंटलाइन वर्कर्स, 45 वर्ष से अधिक के 12 लाख 16 हजार 570 और 18 से 44 आयु वर्ग के 80 हजार 335 लोगों को दोनों टीके लगाए जा चुके हैं.

शत-प्रतिशत फ्रंटलाइन वर्कर्स को लगा टीका

राज्य में 91 प्रतिशत स्वास्थ्य कर्मियों, शत-प्रतिशत फ्रंटलाइन वर्कर्स, 45 वर्ष से अधिक के 82 प्रतिशत नागरिकों और 18 से 44 आयु वर्ग के 23 प्रतिशत युवाओं ने कोरोना से बचाव का पहला टीका लगवा लिया है. वहीं 71 प्रतिशत स्वास्थ्य कर्मियों, 73 प्रतिशत फ्रंटलाइन वर्कर्स और 45 वर्ष से अधिक के 21 प्रतिशत लोगों ने दोनों टीके लगवा लिए हैं.

दम तोड़ रही टीकाकरण अभियान

बता दें कि एक बार फिर कोरोना टीका के अभाव में टीकाकरण अभियान ने दम तोड़ दिया है. राजधानी रायपुर के लगभग सभी 300 सेंटरों में ताला लटक गया है. यही हाल लगभग सभी जिलों का है. ऐसे में वैक्सीनेशन अभियान में तेजी नहीं आ पा रही है.

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