वाराणसी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को BHU के एमसीएच विंग का लोकार्पण किया गया था. उसके अगले ही दिन उसके ओपीडी हाल की फॉल्स सिलिंग गिरने से उसकी गुणवत्ता पर सवाल उठने लगे हैं. ओपीडी हाल से महज 20 फीट की दूरी पर ही प्रधानमंत्री ने एमसीएच विंग के रिसेप्शन के पास बने मंच से चिकित्सकों और अधिकारियों से काफी देर संवाद किया था. साथ ही आसपास घूमकर मुआयना भी किया था.

गनीमत है कि फॉल्स सिलिंग गिरने के दौरान वहां कोई मौजूद नहीं था, वरना कोई हादसा हो सकता था. अधिकारियों को जब इसकी सूचना मिली तो हड़कंप मच गया. घटना की जानकारी मिलने के बाद अस्पताल प्रबंधन से जुड़े अफसर मौके पर पहुंचे. फिलहाल शनिवार 17 जुलाई को पूरे दिन उसके मरम्मत कार्य में श्रमिक जुटे रहे. सोमवार 19 जुलाई से यहां पर ओपीडी सेवा शुरू होगी. काशी हिंदू विश्वविद्यालय‌ (BHU) चिकित्सा विज्ञान संस्थान के सर सुदंरलाल अस्पताल में मातृत्व-शिशु स्वास्थ्य यानी एमसीएच विंग 100 बेड का है. लगभग साढ़े 40 करोड़ रुपये की लागत से बने पांच मंजिला एमसीएच विंग में गर्भवती महिलाओं व नवजात बच्चों का इलाज किया जाना है.

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यहां ओपीडी के साथ ही भर्ती करने की भी सुविधा मिलेगी. इसका लोकार्पण प्रधानमंत्री ने गुरुवार को आईआईटी, बीएचयू के टेक्नो पवेलियन ग्राउंड से रिमोट के माध्यम से किया गया था. इसके बाद पीएम मोदी ने यहां चिकित्सकों से संवाद कर निर्माण कार्यों का निरीक्षण किया था. वहीं दूसरे ही दिन शुक्रवार 16 जुलाई को एमसीएच विंग की फॉल्स सीलिंग अचानक भरभरा का गिर गई.

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