दिल्ली. आज कल के बच्चों को सिर्फ मोबाइल चाहिए होता है. अगर उन्हें मोबाइल न दो तो कई बार बच्चे गलत कदम भी उठा लेते हैं. ऐसे ही बिहार के गोपालगंज में मोबाइल में ऑनलाइन गेम खेलने को लेकर विवाद में दो बच्चों ने सुसाइड करने की कोशिश की है.
पूरा मामला उच्चकागांव और मांझागढ़ का है. दोनों जगह पर बच्चों के पिता ने ऑनलाइन गेम खेलने पर फटकार लगाई. इसके बाद दोनों बच्चों ने सुसाइड करने की कोशिश की. फिलहाल दोनों बच्चे खतरे से बाहर है.
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उच्चकागांव थाना के आरना बाजार के बैलिस्टर साह ने अपने 12 वर्षीय पुत्र छांगुर को ऑनलाइन गेम खेलते हुए देखा, तो जमकर फटकार लगा दी. डांटने के बाद छांगुर इतना जज्बाती हो गया, कि उसने गले में फांसी लगा ली. परिजनों ने जब उसे फंदे में झूलते देखा तो उसे आनन-फानन में बेहोशी की हालत में गोपालगंज सदर अस्पताल में लाए.सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में प्रारंभिक इलाज किए जाने के बाद चिकित्सक ने नाजुक स्थिति पाकर गोरखपुर रेफर कर दिया गया.
वहीं दूसरी घटना मांझागढ़ थाना के रामनगर गांव के मिलोटन चौधरी के घर हुई. उन्होंने अपने 14 वर्षीय पुत्र राजन कुमार को ऑनलाइन गेम खेलते हुए देखा तो उसे फटकार लगाई.
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इसका इतना प्रभाव पड़ा कि राजन कुमार ने अपने गले में कपड़े का फंदा लगा लिया. परिजनों ने उसे फंदे के माध्यम से झूलते देखा तो आनन फानन में गोपालगंज सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में लाए. जहां प्रारम्भिक इलाज करने के बाद चिकित्सक ने गोरखपुर रेफर कर दिया.
गोपालगंज सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में ड्यूटी पर तैनात चिकित्सक के अनुसार, गले में फंदे डालने का दोनों मामला रविवार को आया था, जिसके बाद दोनों को रेफर कर दिया गया. सदर अस्पताल के ही मनीष कुमार ने बताया कि छांगुर और राजन कुमार के पिता ने गेम खेलने पर फटकार लगाई थी तो दोनों ने फांसी लगाकर जान देने की कोशिश की.
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