सुकमा- बस्तर में फर्जी मुठभेड़ के कई गंभीर आरोपों से जूझ रहे सुऱक्षाबलों के जवान एक बार फिर निशाने पर आ गए हैं. दरअसल खबर आ रही है कि कोंटा के करीब गोमपाड़ में तालाब में मछली पकड़ रही एक आदिवासी महिला सोयम रामे सुरक्षाबलों की गोलियों की शिकार हो गई. बताया जा रहा है कि गंभीर रूप से घायल महिला का इलाज भद्राचलम में चल रहा है. हालांकि अब तक इस खबर की आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है.
जानकारी के मुताबिक घटना 18 दिसंबर की है. सोयम रामे दोपहर दो बजे अन्य तीन महिलाओं के साथ गांव के तालाब में मछली पकड़ रही थी. अचानक सुरक्षाबलों के जवानों ने गोलियां चलाना शुरू कर दिया. इस गोलीबारी में सोयम रामे बुरी तरह से घायल हो गई. स्थानीय ग्रामीणों ने इलाज के लिए भद्राचलम ले गए. बताया जा रहा है कि पूरे मामले की जानकारी ग्रामीणों ने आम आदमी पार्टी की नेता सोनी सोरी को दी. जानकारी मिलते ही सोरी भद्राचलम पहुंच गई हैं.
आम आदमी पार्टी के प्रदेश संयोजक डाॅ.संकेत ठाकुर ने इसे फर्जी मुठभेड़ का मामला बताया है. प्रेस रिलीज जारी करते हुए आम आदमी पार्टी ने कहा है कि पिछले साल भी मड़कम हिड़मे की बलात्कार के बाद हत्या कर दी गई थी. इस मामले में हाईकोर्ट ने जनहित याचिका पर सुनवाई करते हुए न्यायिक जांच के निर्देश दिए थे. इस मामले के बाद गोमपाड़ में सुरक्षाबलों की प्रताड़ना के कई मामले सामने आए थे.
लल्लूराम डाॅट काॅम ने इस मामले पर डी जी नक्सल आॅपरेशन डी एम अवस्थी, बस्तर डीआईजी पी. सुंदरराज से फोन पर बात करने की कोशिश की, लेकिन इस मामले पर दोनों ही आला अधिकारियों से संपर्क नहीं हो सका.