नई दिल्ली। टोक्यो ओलंपिक में तीरंदाज अतनु दास से पदक की आस थी लेकिन उन्होंने अपने प्रदर्शन से देशवासियों को निराश किया है. अतनु दास शनिवार को पुरुषों के व्यक्तिगत वर्ग के प्री-क्वार्टर फाइनल में जापान के ताकाहारू फुरूकावा से 4-6 से हार गए. इस हार के साथ वे टोक्यो से खाली हाथ लौटेंगे.
ओलंपिक में अतनु मेडल जीतने में नाकाम रहे. उससे पुरुष व्यक्तिगत में मेडल जीतने की उम्मीद थी, लेकिन वह प्री-क्वार्टर फाइनल के मुकाबले में हारकर बाहर हो गए. हार के बाद अतनु ने देश से माफी मांगी है. उन्होंने कहा कि सॉरी इंडिया, मैं इस ओलंपिक में गौरव नहीं ला सका.
ट्विटर पर लिखा कि सॉरी इंडिया, इस ओलंपिक में गौरव नहीं ला सका. लेकिन हमें जो समर्थन मिला है- मीडिया, साईं, इंडियन आर्चरी से वह शानदार रहा. हमें आगे बढ़ते रहना चाहिए, और कुछ नहीं कहना है. जय हिंद.
बता दें कि दीपिका कुमारी भी हार के बाद ओलंपिक से बाहर हो गई. मिश्रित युगल में दीपिका और प्रवीण जाधव की चुनौती 24 जुलाई को ही समाप्त हो गई. अब दीपिका कुमारी ने भारतीय तीरंदाजी संघ के मिश्रित युगल के फैसले पर सवाल खड़े किए हैं. दीपिका ने कहा, ‘संघ ने अतनु के अनुभव के ऊपर प्रवीण जाधव को तवज्जो देकर गलती की है. अतनु के साथ मेरा संयोजन और समन्वय भारत को मिश्रित टीम स्पर्धा में पदक दिला सकता था.’
वहीं इससे पहले अतनु ने भी तीरंदाजी संघ के इस फैसले पर हैरानी जताई थी. अतनु ने प्री-क्वार्टर फाइनल में पहुंचने के बाद कहा था, ‘मुझे मिश्रित टीम में उसके साथ खेलने की उम्मीद थी, लेकिन दुर्भाग्य से यह संभव नहीं था. मुझे नहीं पता क्यों?’
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