लखनऊ. गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को उत्तर प्रदेश स्टेट इंस्टीट्यूट ऑफ फॉरेंसिक साइंसेज का शिलान्यास किया. कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद रहे.

गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि यह संस्थान आने वाले समय में प्रदेश में पुलिस व क्रिमिनल जस्टिस सिस्टम के कायाकल्प में मील का पत्थर बनेगा. अमित शाह ने कहा, ”पहले का यूपी मुझे ठीक तरह से याद है, महिलाएं असुरक्षित थीं, दिनदहाड़े गोलियां चलती थीं, माफियाओं का राज था.” भ्रष्टाचारियों के दिल में योगीजी का भय है, जिसकी वजह से भ्रष्टाचार कम हुआ है. शाह ने कहा, कोरोना काल के कारण लंबे समय बाद मैं यूपी की भूमि पर आया हूं. स्व. बाल गंगाधर तिलकजी ने कहा था, आजादी मेरा जन्मसिद्ध अधिकार है, इस नारे ने अंग्रेजी शासन की नींव हिला कर रख दी थी. मैं स्व. बाल गंगाधर तिलकजी की पुण्यतिथि पर उनको विनम्र श्रद्धांजलि देता हूं, उनके दिखाए मार्ग पर चलकर आगे की पीढ़ियां देश का मान बढ़ाएं.

सीएम योगी आदित्यनाथ ने शिलान्यास कार्यक्रम के दौरान कहा कि 2019 में गृह मंत्री बनने के बाद अमित शाह ने अपराध के संदर्भ में इंस्टीट्यूट ऑफ फॉरेंसिक साइंसेज के निर्माण का विचार उत्तर प्रदेश सरकार को दिया और आज इस इंस्टीट्यूट का शिलान्यास संपन्न हुआ. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, 2017 से पहले उत्तर प्रदेश दंगों का प्रदेश माना जाता था, माफियाओं का कब्जा था. उत्तर प्रदेश में 4 वर्षों के अंदर जो परिवर्तन हुआ है, वो गृह मंत्रीजी की वजह से ही है. प्रदेश में जो परिवर्तन हुआ है वो किसी से छिपा नहीं है. उत्तर प्रदेश पुलिस अब नए सिरे से कार्य करती दिखाई दे रही है. इस दौरान उत्तर प्रदेश में पेशेवर माफियाओं और गैंगेस्टरों से 1584 करोड़ रुपए की संपत्ति जब्त की गई. आज माफियाओं में डर का माहौल है. आज उत्तर प्रदेश के अंदर महिलाएं सुरक्षित हैं, नागरिक सुरक्षित हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश में जिनको सरकार बनाने के सपने आ रहे हैं, उनके कानों तक ‘भारत माता की जय’ की आवाज जानी चाहिए.