वीरेंद्र गहवई,बिलासपुर। न्यायधानी बिलासपुर में रेलवे कर्मचारी भ्रष्टाचार और अनियमितता को लेकर अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर हैं. सबूत के साथ शिकायत करने के बावजूद कार्रवाई नहीं होने और प्रमोशन में मनमानी जैसी कई शिकायतें कर्मचारियों की है. अपनी मांगों को लेकर आंदोलनरत कर्मचारियों ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए पत्रकारों से चर्चा की.

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रेलवे कर्मचारियों के मुताबिक रनिंग स्टॉफ के पदोन्नति और विद्युत कर्षण विभाग में किए जा रहे भ्रष्टाचार के खिलाफ बीते 22 जुलाई से अनिश्चितकालीन आमरण अनशन जारी है. 11वें दिन में अभी तक 8 अनशनकारी अतिगंभीर अवस्था में अस्पताल में भर्ती किए जा चुके हैं, लेकिन रेल प्रशासन ने अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल को नजरअंदाज कर रहा है. अभी तक रेलकर्मियों की मांगे पूरी करने के लिए कोई उचित कदम रेल प्रशासन द्वारा नहीं उठाया गया है और न ही संज्ञान में लिया जा रहा है.

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रेलवे कर्मचारियों की मुख्य मांगें हैं कि भ्रष्टाचार द्वारा सरकारी कोषागार का दुरूपयोग बंद हो, रनिंग कर्मचारुयों एवं सभी रेल विभाग में पदोन्नति में आरक्षण बहाल किया जाए. लोको पायलट को पदोन्नति में भ्रष्टाचार और अनियमिता बंद कर प्रमोशन दिया जाए. सभी रनिंग कैडर में आरक्षित वर्ग की कमी दूर किया जाए. पदोन्नति और स्थानांतरण में भ्रष्टाचार बंद करने जैसी 8 सूत्रीय मांगें हैं.

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