राकेश चतुर्वेदी, भोपाल। विधानसभा के मानसून सत्र के पहले दिन आदिवासी दिवस पर अवकाश नहीं देने के मामले में कांग्रेस के वाकआउट के बाद सदन की कार्यवाही दुबारा शुरु हुई। आदिवासियों के मुद्दे पर एक बार फिर सत्ता पक्ष और विपक्ष में तीखी नोकझोंक हुई। सीएम शिवराज सिंह ने सत्ता पक्ष का मोर्चा संभाला। सीएम ने बिरसा मुंडा की जयंती पर अवकाश देने की बात कही। वहीं विपक्षी सदस्यों ने सरकार और बीजेपी पर आदिवासी विरोधी होने का आरोप लगाया। गोपाल भार्गव ने नेता प्रतिपक्ष कमलनाथ पर निशाना साधते हुए कहा कि मैं ने ऐसा आचरण कभी नहीं किया, जैसा कमलनाथ कर रहे हैं।

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि श्रद्धांजलि पर सियासत कर कांग्रेस स्तरहीन राजनीति कर रही है। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ का पलटवार मैंने अपना ईयर फोन नहीं लगाया था, क्योंकि मैं ने सुना है झूठ बोलना तो पाप है और झूठ सुनना भी पाप है।

सीएम शिवराज सिंह ने कहा हम ट्राइबल विरोधी नहीं हैं। सरकार ने आदिवासियों के हित मे कई काम किये हैं। सीएम के संबोधन के दौरान सदन में लगातार हंगामा होता रहा।

सदन में मौन रखकर दिवंगत नेताओं को श्रद्धांजलि दी गई। नेता प्रतिपक्ष कमलनाथ ने नकली शराब पीने से मारे गए लोगों को भी श्रद्धांजलि दी। सदन में दिवंगत नेताओं को श्रद्दांजलि देते हुए कमलनाथ ने बिजेंद्र सिंह राठौर को याद किया। उन्होंने कहा, मेरा स्वर्गीय बिजेंद्र सिंह राठौर के घर युवा कांग्रेस के समय से आना-जाना था। मुझे विधानसभा का ज्यादा अनुभव नहीं है। कलावती भूरिया पहली बार जीतकर विधानसभा आई थीं। कलावती भूरिया हमारी पार्टी की नम्बर 1 विधायक थीं।  नेताप्रतिपक्ष कमलनाथ ने धावक मिल्खा सिंह को भी याद किया। उन्होंने कहा कि मिल्खा सिंह ने खेल की तरफ कई लोगो को प्रेरित किया।

दिवंगत नेताओं को श्रद्धांजलि देने के बाद सदन की कार्यवाही कल 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।