झांसी. महिला को थप्पड़ मारना पुरुष दारोगा को भारी पड़ गया. प्रेमनगर थाने में परिजनों संग पहुंची महिला से दरोगा ने न केवल अभद्रता की बल्कि गर्दन पकड़कर धकिया दिया. दरोगा ने वीडियो बना रहे महिला के बेटे को भी मारने के लिए दौड़ाया. घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद एसएसपी शिवहरि मीणा ने दरोगा संदीप यादव को सस्पेंड कर पूरे प्रकरण की जांच सीओ गरौठा आभा सिंह को सौंप दी है. महिला आयोग ने भी मामले का स्वतः संज्ञान लिया है.
महिलाओं के सम्मान और प्राथमिक सुनवाई के लिए सरकार ने हर थाने में महिला डेस्क स्थापित की हैं, लेकिन थानों में बैठे वर्दीधारी ही सरकार के आदेशों की धज्जियां उड़ा रहे हैं. झांसी में सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा प्रेमनगर थाने का वीडियो खुद गवाह है. दरअसल, क्षेत्र में दो महिलाओं के बीच मकान का विवाद थाने पहुंचा था. मीना नाम की महिला ने संध्या नाम की महिला के पास साल 2019 में एग्रीमेंट कर अपना मकान गिरवी रखा था. हाल में संध्या ने न्यायालय के माध्यम से मीना को नोटिस भेज दिया, इस पर मीना घबरा गई और धोखाधड़ी की शिकायत लेकर चौकी पहुंची.
पुलिस ने जांच का आश्वासन देकर महिला को टरका दिया. चौकी पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की तो मीना परिजनों को लेकर थाने पहुंच गई. थाने में महिला हेल्प डेस्क में शिकायत की, लेकिन मामला चौकी क्षेत्र का होने पर उसे वहां भी टरकाने का प्रयास किया गया. इस पर उसने थाना प्रभारी व उच्चाधिकारियों से शिकायत करने को कहा. इस पर दरोगा संदीप यादव ने मीना को फटकारना शुरू कर दिया. मीना का आरोप है कि उन्होंने दरोगा को रोकने की कोशिश की तो उसे थप्पड़ जड़ दिया दिया. इस बीच दरोगा की नजर वीडियो बना रहे एक युवक पर पड़ी तो वह उसे मारने के लिए दौड़ा लिया. मीना ने रोकने की कोशिश की तो दरोगा ने गर्दन पकड़कर धक्का देकर गिरा दिया. जिस युवक को दरोगा ने दौड़ाया था वह मीना का बेटा बताया जा रहा है.