रायपुर। दुर्ग में हुई सनसनीखेज रावलमल जैन दम्पत्ति की हत्याकांड मामले में लल्लूराम डॉट कॉम की पड़ताल में कुछ अहम तथ्य हाथ लगे हैं. सूत्रों के मुताबिक रावलमल जैन और उनकी पत्नी की हत्या और किसी ने नहीं बल्कि उनके किसी करीबी व्यक्ति ने ही की है. शक के घेरे में परिवार के ही सदस्य हैं. रावलमल के परिवार में मृतक दम्पत्ति के अलावा उनका बेटा-बहु और 12 वर्षीय नाती रहता था. वारदात के दौरान बहु दल्ली राजहरा स्थित अपने मायके गई हुई थी. बताया जा रहा है कि घटना के दौरान घर में मृतक दंपत्ति के अलावा बेटा और नाती ही मौजूद थे.
पार्श्वतीर्थ नगपुरा के ट्रस्टी रावलमल जैन और उनकी पत्नी सूरजी देवी की आज सुबह उनके घर में ही रक्त रंजित लाश मिली. हत्यारे ने रावलमल और उनकी पत्नी की गोली मारकर हत्या कर दी थी. इस मामले में संभावना जताई जा रही है कि पुलिस आज शाम तक इस हत्याकांड के रहस्यों से पर्दा उठा लेगी. पुलिस अधिकारियों ने इस बारे में कुछ भी कहने से इंकार कर दिया है.
ऐसे की हत्या
घटना सुबह 6 बजे की है रावलमल जैन हाथ-मुंह धोकर बाथरुम से बाहर जैसे ही निकलते तो हत्यारे ने उन पर दो बार फायर किया. बताया जा रहा है कि पहली गोली आरोपी ने उनके माथे पर मारी और दूसरी गोली उनके गर्दन पर मारी, माना जा रहा है कि पहली गोली लगने के बाद जब वे नीचे गिरे होंगे तो आरोपी ने उन पर एक और फायर किया होगा जो कि गर्दन पर लगी.
वहीं उनकी पत्नी सूरजी देवी का शव उनके कमरे में बिस्तर में पड़ा मिला. सूरजी देवी को आरोपी ने 3 गोली मारी जिसमें कि 2 गोली सर पर और 1 गोली पेट पर लगी. गोली लगने से सरजू देवी के सिर से भेजा बाहर आ गया था.
हत्या के बाद फेंका गन
जिस बंदूक से हत्या की गई वह आटोमेटिक पिस्टल है. बंदूक घर के पिछले हिस्से में नीचे खड़ी एक डिलीवरी वैन के ऊपर पड़ी मिली. जिससे माना जा रहा है कि हत्यारे ने हत्या करने के बाद नीचे गन फेंका जो कि गाड़ी के ऊपर जाकर गिरी.
करीबी ही क्यों
जिस तरह से इस पूरे हत्याकांड को अंजाम दिया गया उससे यह माना जा रहा है कि हत्यारा कोई प्रोफेशनल और बाहर का व्यक्ति नहीं था. बाहरी व्यक्ति होता तो वह गन इस तरीके से घर के पिछले हिस्से में ही नहीं फेंकता.