दुर्ग.  शहर में चर्चा का विषय बने गंजपारा निवासी रावलमल जी जैन व उनकी पत्नी सुरजी बाई की हत्या का खुलासा पुलिस ने शाम होते-होते कर दिया. शहर के प्रतिष्ठित परिवार के दो सदस्यों की हत्या से प्रशासन में हड़कंप मच गया था. मुख्यमंत्री रमन सिंह समेत कई बड़े नेता और प्रशासनिक अधिकारी अपनी शोक संवेदना प्रकट करने पीड़ित परिवार के पास पहुंचे.

मामले के हाईप्रोफाइल होने के कारण पुलिस के ऊपर इसका जल्द से जल्द खुलासा करने का बेहद दबाव था. पुलिस औऱ प्रशासन ने अपने तेज तर्रार अधिकारियों की टीम को घटना के बाद से ही खुलासे के लिए लगा रखा था. आखिरकार घटना को अंजाम देने वाला जैन दंपत्ति का बेटा ही निकला. देर शाम को आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में दुर्ग रेंज के पुलिस महानिरीक्षक दीपांशु काबरा ने घटना का खुलासा करते हुए सिलिसलेवार तरीके से घटना की जानकारी पत्रकारों को दी. पुलिस महानिरीक्षक ने बताया कि घरेलू कलह औऱ पिता पुत्र के बीच संबंधों में तनाव हत्या की प्रमुख वजह रहा. पिता का सुबह पूजा के लिए नौकरों से रोजाना शिवनाथ नदी का पानी मंगाना हत्यारोपी पुत्र संदीप जैन को नहीं पसंद था. उसने ऐसा न करने को नौकरों से कहा था. इस बात की जानकारी जब रावलमल जैन को हुई तो उन्होंने सुबह बेटे को डांटा फटकारा जिससे क्षुब्ध बेटे ने पिता की हत्या करने की योजना बना ली. अक्सर माता पिता के बीच होने वाले झगड़े से भी हत्यारोपी संदीप जैन गुस्से में था. पिता के बार बार उसे संपत्ति से बेदखल कर देने की धमकी के चलते भी संदीप अपने पिता से रूष्ट था. वह मौका देखकर पिता की हत्या करने की फिराक में था. छह महीने पहले ही इलाहाबाद से 40,000 में उसने पिस्टल मंगाई थी.

सुबह फिर पिता से हुए झगड़े के बाद उसने पिता की हत्या करने की ठानी औऱ जब उसके पिता कारीडोर से होकर बाथरूम की तरफ जा रहे थे उनकी पीठ में गोली मारकर हत्या कर दी. इसके पहले उसने सुनियोजित योजना बनाकर मां के कमरे को बाहर से बंद कर दिया. गोली चलने की आवाज सुनने के बाद मां ने जब किसी को घटना की जानकारी देने के लिए फोन किया तभी हत्यारोपी संदीप को शक हुआ कि कहीं मां इस बात की जानकारी दूसरों को न दे दें तो उसने मां की भी गोली मारकर हत्या कर दी.

पुलिस की क्राइम ब्रांच , विभिन्न थानों की टीम और साइबर एक्सपर्ट्स के मिले जुले प्रयासों से शाम होते होते घटना का खुलासा करने में पुलिस ने सफलता हासिल कर ली. इस घटना के खुलासे में स्थानीय लोगों के सहयोग की भी पुलिस महानिरीक्षक ने जमकर सराहना की.  फिलहाल पुलिस ने मामले के खुलासे के बाद राहत की सांस ली है.