रायपुर.राज्य शासन के आदिम जाति एवं अनुसूचित जाति विकास विभाग द्वारा दिल्ली में संचालित ट्रायबल यूथ हॉस्टल में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं ने एक बार फिर शानदार प्रदर्शन किया है.इस हॉस्टल में पढ़ने वाले 16 छात्र-छात्राओं का चयन छत्तीसगढ़ पीएससी में हुआ है. हॉस्टल के सहायक आयुक्त डॉ दिनेश झा ने लल्लूराम डॉट कॉम से बातचीत में जानकारी दी कि साल दर साल यहां रहकर प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले छात्र-छात्राओं के प्रदर्शन में निखार आ रहा है.

दिनेश झा ने बताया कि हाल ही में छत्तीसगढ़ पीएससी के नतीजे घोषित किये गयें हैं,जिसमें कोआपरेटिव इंस्पेक्टर से लेकर डीएसपी तक के पदों पर हॉस्टल के छात्र-छात्राओं ने जगह बना ली है.हॉस्टल में रहकर पढ़ने वाले प्रशांत खांडे(SC) और प्रशांत कुमार सिंह पैकरा(ST) का चयन डीएसपी पद के लिये हुआ है,जबकि कमल नारायण ध्रुव(ST) का नाम डीएसपी के प्रतीक्षा सूची में है.बजरंग वर्मा(OBC) और धनराज सिंह(ST) का चयन अकाउंट ऑफिसर पद पर हुआ है.

इसी प्रकार कु.अंजू सूर्यवंशी(SC) और देवेन्द्र सिंह ध्रुव(ST) का चयन जेल अधीक्षक पद पर हुआ है,जबकि कु.स्वाति देवांगन(OBC) और नागेन्द्र सिंह ठाकुर(ST) का चयन सबआर्डिनेट अकाउंट्स सर्विस ऑफिसर पद पर हुआ है.इसी तरह नायब तहसीलदार पद पर चंद्रप्रकाश पात्रे(SC),कु.आशारानी खूंटे(SC), कु.डिम्पल ध्रुव(ST),कु.जागेश्वरी पोयाम(ST),कु.श्रुति ध्रुव(ST) का चयन हुआ है.जबकि सेलटैक्स इंस्पेक्टर पद पर कु.प्रीति राजवाल(SC) और कोआपरेटिव इंस्पेक्टर पद पर ठाकेश्वर लांजे(SC) और लक्ष्मण सिंह पोटाई(ST) का चयन हुआ है.

सहायक आयुक्त दिनेश झा ने बताया कि पीएससी से पहले पिछले साल ही तीन छात्रों का यूपीएससी में चयन हुआ था,जिसमें लालदास का चयन असिस्टेंट कमिशन्र जीएसटी में ,डॉ गगन गिरी का चयन भारतीय राजस्व सेवा में और पीयूष लहरे का चयन इंडियन रेलवे सर्विस में हुआ था.इसके अलावा हॉस्टल के ही एक अन्य छात्र विक्रम का चयन असिस्टेंट कमांडेट,सेन्ट्रल आर्म्ड फोर्सेस के पद पर हुआ था. उन्होनें बताया कि अब तक ट्रायबल यूथ हॉस्टल से कुल 47 छात्र-छात्राएं चयनित हो चुकीं हैं.इनमें से यूपीएससी में तीन,असिस्टेंट कमांडेंट में दो,डिप्टी कलेक्टर में आठ,डीएसपी में तीन,अकाउंड ऑफिसर में दो,नायब तहसीलदार में सात और पीएससी के अन्य पदों पर 22 छात्र-छात्राएं चयनित हो चुके हैं. लगातार मिल रही सफलता से ट्रायबल हॉस्टल में पढ़ रहे छात्र-छात्राओं का मनोबल और भी बढ़ गया है.