शिवम मिश्रा, रायपुर। छत्तीसगढ़ में इन दिनों ठगी की वारदातें बढ़ती जा रही हैं. प्रदेश के अलग-अलग हिस्से ठगी की आए दिन खबरें आती रहती हैं. ठगी पर लगाम कसने के लिए पुलिस लगातार कार्रवाई कर रही है. इसी कड़ी में रायपुर पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है. बेरोजगार युवकों से 17 लाख से ज्यादा की ठगी करने के आऱोप में 5 लोगों को गिरफ्तार किया है.

जानकारी के मुताबिक जांजगीर-चंपा निवासी प्रार्थी पुष्पेंद्र तिवारी ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि साल 2019 में मनसाराम पाटले के संपर्क में आया था. इस दौरान शातिर ठग नीरज लाल, कुलदीप सिंह ठाकुर, जुनैद खान और सागर बिसाई से भी संपर्क बने थे. आरोपियों ने छत्तीसगढ़ में अपनी अच्छी खासी राजनैतिक पकड़ और खुद को आईटीआई विभाग का अधिकारी बताकर एवं दूसरों को भी नौकरी लगाने की बात कही थी.

पीड़ित ने बताया कि शातिर ठगों के झांसे में आकर आटीआई विभाग में नौकरी करने के लिए 5 लाख 70 हजार और उसके साथी मनसाराम पाटले से 12 लाख रुपए कुल 17 लाख 70 हजार रुपए लिए थे, जिसके बाद आरोपियों ने न ही नौकरी लगवाई और न ही पैसे वापस किए.

आरोपियों ने बहुत ही शातिर अंदाज में प्रार्थी को अपने झांसे में लिया था. आईटीआई विभाग में नौकरी लगाने के नाम पर उनके खाते से पैसे भी उड़ाए गए. फिर उन्हें फर्जी अपॉइंटमेंट लेटर भी दिया गया. इतना ही नहीं ठगों ने प्रार्थी का शासकीय अस्पताल में भर्ती से पहले का मुलाएजा भी कराया था.

इतना सब होने के बाद प्रार्थी ने अपनी भर्ती तय समझी और अपॉइंटमेंट लेटर लेकर विभाग के दफ्तर जा पहुंचा, लेकिन जब प्रार्थी ने विभाग के अधिकारियों से मुलाकात की और नौकरी की बात कही तो अधिकारियों ने इसे फर्जी लेटर बता दिया, जिसके बाद लाखों की ठगी का पूरा मामला उजागर हुआ.

खमतराई पुलिस का कहना है कि ठगी की शिकायत पर 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. ठगों के गिरोह का सदस्य कुलदीप सिंह ठाकुर आईटीआई विभाग का रिटायर्ड कर्मचारी है. आरोपियों से पूछताछ की जा रही है. पुराने ठगी के और भी मामले सामने आ सकते हैं.

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