नई दिल्ली। दिल्ली न केवल देश की बल्कि दुनिया के सबसे प्रदूषित शहरों में शुमार होता है. ऐसे में प्रदूषण की स्थिति पर रियल टाइम निगरानी के लिए दिल्ली सरकार आईआईटी कानपुर का साथ लेने जा रही है. आईआईटी के विशेषज्ञ प्रदूषण के निश्चित कारकों का पता लगाने में दिल्ली सरकार की मदद करेंगे, जिससे रोकथाम में आसानी होगी.
गाड़ियों की संख्या की वजह से दिल्ली में आम दिनों में भी प्रदूषण की मात्रा सामान्य से ज्यादा रहती है, लेकिन अक्तूबर से लेकर फरवरी तक स्थिति ज्यादा खराब हो जाती है. इस दौरान ऐसा समय भी आता है, जब लोग सांस लेने में कठिनाई महसूस करने लगते हैं. नौबत यहां तक आ जाती है कि आपातकालीन कदमों के तहत स्कूल कॉलेज, फैक्टरियों आदि को बंद करना पड़ जाता है. ऐसे में प्रदूषण के निश्चित कारकों का पता होने से उनकी रोकथाम ज्यादा आसान साबित हो सकती है.
कानपुर आईआईटी की ओर से दिल्ली की वायु गुणवत्ता पर लगातार निगरानी और अध्ययन किए जाते रहे हैं. इसे ध्यान में रखते हुए अब दिल्ली सरकार की ओर से आईआईटी कानपुर के साथ करार करने पर विचार किया जा रहा है. जल्द ही दोनों पक्षों के बीच समझौतापत्र पर दस्तखत किए जा सकते हैंं.