रायपुर।छत्तीसगढ़ कांग्रेस में सियासी हलचल तेज है. छत्तीसगढ़ के 35 से ज्यादा विधायकों ने दिल्ली कूच किया है. पिछले दिनों दिल्ली में राहुल गांधी के साथ मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और मंत्री टीएस सिंहदेव की मुलाकात के बाद बनते-बिगड़ते समीकरणों के बीच आज 35 से ज्यादा विधायकों ने दिल्ली कूच किया है. सभी कांग्रेस विधायक छत्तीसगढ़ कांग्रेस प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया के यहां पहुंचे हैं. इससे कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं.

कुछ देर पहले ही पीएल पुनिया ने ट्वीट किया था, जिसमें उन्होंने कहा था कि छत्तीसगढ़ के विधायकों को दिल्ली नहीं बुलाया गया है. ये सब जानकारियां पूरी तरह से भ्रामक हैं. इसी बीच सभी कांग्रेस विधायक पीएल पुनिया के घर पहुंचे हैं. इससे प्रदेश की राजनीति में हलचल दिखाई देने लगी है.

चर्चा है कि शुक्रवार दोपहर तक 50 से ज्यादा कांग्रेसी विधायक दिल्ली पहुंच जाएंगे. विधायकों का यह जमावड़ा दरअसल मुख्यमंत्री के पक्ष में एक शक्ति प्रदर्शन के रूप में भी देखा जा रहा है.

बता दें कि दिल्ली में हुई बैठक के बाद रायपुर लौटकर आए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अपने बयान में कहा था कि, ढाई साल का राग अलापने वाले सफल नहीं होंगे, प्रदेश प्रभारी पी एल पुनिया ने भी अपने बयान में यह स्पष्ट कर दिया है. सोनिया-राहुल ने मुझ जैसे किसान को सरकार की जिम्मेदारी सौंपी है.

आत्मविश्वास से लबरेज भूपेश बघेल ने जब यह बयान दिया था, तब यह माना जा रहा था कि कथित ढाई-ढाई साल का फॉर्मूले जैसी कोई बात नहीं है, लेकिन मंत्री टी एस सिंहदेव के दिल्ली में दिए गए उस बयान ने मुद्दे को हवा दे दी, जिसमें उन्होंने कहा कि हर खिलाड़ी कैप्टन बनना चाहता है. इधर सूबे में कांग्रेस विधायकों की लगातार बैठक होती रही.

वहीं छत्तीसगढ़ के सियासी हालातों को लेकर मीडिया से बातचीत की थी. जहां उन्होंने कहा था कि ढाई साल के मुख्यमंत्री की बात तो पार्टी ने कभी नहीं कही है. ऐसा कोई फॉर्मूला ही नहीं था. ये तो सिर्फ मीडिया की कयासबाजी है. वहीं टीएस सिंहदेव ने कहा जो जिम्मेदारी मुझे पार्टी हाईकमान देगी, मैं उसको निभाऊंगा.

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