राकेश चतुर्वेदी, भोपाल। पीसीसी अध्यक्ष कमलनाथ द्वारा अधिकारियों को दिए गए धमकी भरे बयान के मामले में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस को आड़े हाथों लिया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि रस्सी जल गई पर बल नहीं गया। कमलनाथ की ये बौखलाहट है। कमलनाथ का अधिकारियों को धमकाने का अंदाज अलोकतांत्रिक है। ये अंदाज बताता है कि बौखलाए हुए हैं। सीएम बोले पहले सोनियाजी, कमलनाथजी अपनी पार्टी देख लें। छत्तीसगढ़ की निर्वाचित सरकार दिल्ली में परेड कर रही है। पंजाब में सिद्दू अलग सिध्द कर रहे हैं। कांग्रेस से घर संभल नहीं रहा अधिकारियों कमर्चारियों को धमका रहे हैं।

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के इस बयान पर कांग्रेस ने पलटवार किया है। कांग्रेस ने शिवराज सिंह चौहान का एक वीडियो ट्विटर पर शेयर किया है। जिसमें शिवराज सिंह चौहान भी अधिकारियों को धमकाते नजर आ रहे हैं। कांग्रेस प्रवक्ता नरेन्द्र सलूजा ने ट्वीट कर कहा, ““ऐ पिठु कलेक्टर सुन ले रे, हमारे दिन भी आएँगे ,फिर तेरा क्या होगा “ ऐसा कहने वाले शिवराज जी , आज अधिकारी – कर्मचारियों के सम्मान की बात कह रहे है ,कमलनाथ जी को कोस रहे है….? सभी जानते है कि भाजपा सरकार में ही सबसे ज़्यादा अधिकारी- कर्मचारी भाजपा नेताओ की अभद्रता का शिकार हुए है।”

आपको बता दें कांग्रेस की अगस्त क्रांति यात्रा के समापन पर कमलनाथ ने अधिकारियों कर्मचारियों को चेतावनी देते हुए कहा था कि डेढ़ साल बचे हैं। दो साल बाद सरकार बदलते ही सब देखा जाएगा। उन्होंने कहा कि रिटायर हो जाओगे तो भी फाइल खुल सकती है। बीजेपी का बिल्ला जेब में लेकर काम मत करो। इसके साथ ही उन्होंने पुलिस विभाग में पदस्थ अधिकारियों को भी कहा कि अपनी वर्दी की इज्जत करिए, पार्टी की नहीं।