आगरा. ताज नगरी आगरा में जहरीली शराब से मरने वालों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है. थाना डौकी के गांव कोलारा कलां में चार, ताजगंज के गांव देवरी में चार, शमसाबाद के गांव गढ़ी जहान सिंह में तीन, मेरहमपुर में दो, चितौरा में दो और इरादत नगर के गांव गढ़ी गजेंद्रा में एक की मौत हो गई है.

बोदला निवासी राकेश की मौत ससुराल में शराब पीने के बाद हुई थी, उसकी ससुराल इरादत नगर के गांव गढ़ी गजेंद्रा में है. जहरीली शराब से मौतों के बाद पुलिस के होश उड़े हुए हैं स्थिति यह है कि देहात छोड़िए शहर में बड़ी संख्या में शराब बिक्री के अड्डे संचालित हैं. ऐसे भी लोग हैं जो स्कूटर और डिग्गी में शराब भरकर निकलते हैं. ऑन डिमांड सप्लाई देते हैं, कोई बाजार में थैली में शराब लेकर घूमता है तो कोई स्कूटर की डिग्गी में लेकर. खास बात यह है कि एक भी नाम ऐसा नहीं है जिसे पुलिस नहीं जानती, पूरा धंधा पुलिस के संरक्षण में फल फूल रहा है.

जहरीली शराब से मरने वालों की संख्या 14 को पार कर 17 हो गई है, साथ ही दो लोगों का उपचार भी जारी है. जहरीली शराब के मामले में सबसे अधिक शमशाबाद में 7 मौतें हुई हैं जिससे ग्रामीणों में खासा आक्रोश देखने को मिल रहा है. अब देखना होगा कि आगरा प्रशासन अवैध रूप से फल-फूल रही शराब की मंडियों पर किस तरह विराम लगा पाता है. यह आगरा प्रशासन और पुलिस के आला अधिकारियों के लिए एक बड़ी चुनौती है.