नई दिल्ली। टोक्यो पैरालंपिक में भारत की अवनि लेखरा ने गोल्ड जीत इतिहास रच दिया है. उन्होंने महिलाओं की 10 मीटर एयर स्पर्धा एसएच-1 में 249.6 का स्कोर कर पहला स्थान हासिल किया है. टोक्यो पैरालंपिक में भारत का यह पहला स्वर्ण पदक है. वहीं पुरुषों की एफ-56 डिस्कस थ्रो स्पर्धा में भारत के योगेश कथुनिया ने रजत पदक जीता है. वहीं रविवार का दिन भारत के लिए शानदार रहा और तीन भारतीय एथलीट पदक जीतने में सफल हुए.

अवनि ने फाइनल में 249.6 अंक बनाकर विश्व रिकॉर्ड की बराबरी की और पहला स्थान हासिल किया. उन्होंने चीन की झांग कुइपिंग (248.9 अंक) को पीछे छोड़ा. यूक्रेन की इरियाना शेतनिक (227.5) ने कांस्य पदक जीता.

योगेश ने 44.38 मीटर की दूरी नापते हुए देश को टोक्यो पैरालिंपिक्स में सिल्वर दिलाया. बता दें कि योगेश काठुनिया ने 2019 में दुबई में हुए वर्ल्ड पारा एथलेटिक्स चैंपियनशिप में ब्रॉन्ज मेडल जीतकर टोक्यो पैरालिंपिक्स में उतरने का टिकट कटाया था. योगेश ने टोक्यो मे मेडल का रंग बदलकर कांसे से चांदी का किया और दुनिया भर में भारत का नाम रोशन किया.

रविवार को महिला टेबल टेनिस खिलाड़ी भाविनाबेन पटेल और ऊंची कूद के एथलीट निषाद कुमार ने रजत पदक जीते, लेकिन विनोद कुमार का चक्का फेंक की एफ52 स्पर्धा में कांस्य पदक उनके क्लासिफिकेशन को लेकर विरोध दर्ज होने के कारण रोक दिया गया.

भारतीय पैरालंपिक समिति की अध्यक्ष दीपा मलिक रियो पैरालंपिक 2016 में गोला फेंक में रजत पदक जीतकर इन खेलों में पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला बनी थीं.

अवनि के गोल्ड जीतने से पहले भारत की तरफ से पैरालंपिक खेलों में मुरलीकांत पेटकर (पुरुष तैराकी, 1972), देवेंद्र झाझरिया (पुरुष भाला फेंक, 2004 और 2016) तथा मरियप्पन थंगावेलु (पुरुष्ज्ञ ऊंची कूद, 2016) ने स्वर्ण पदक जीते थे.

जेवलिन थ्रो का फाइनल मुकाबला जारी

पुरुषों की भाला फेंक स्पर्धा एफ-46 का फाइऩल मुकाबला शुरु हो गया है. देवेंद्र झाझरिया ने अपने पहले प्रयास में 60.28 मीटर जेवलिन फेंका. वहीं सुंदर सिंह गुर्जर दूसरे प्रयास में 62.26 मीटर का थ्रो किया.

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