रायपुर। आंखें हमारे शरीर की सबसे महत्वपूर्ण अंगों में से एक है, और इसका महत्व यदि कोई समझता है तो वो रायपुर स्थित श्री गणेश विनायक आई हॉस्पिटल के डॉक्टर्स. ऐसा हम इसलिए कह रहे है क्योंकि इस अस्पताल ने कोरोना काल में भी सबसे अधिक कॉर्निया प्रत्यारोपण सर्जरी की है. पिछले दो वर्षों में लॉकडाउन के दौरान 25 से अधिक केरेटोप्लास्टी सर्जरी और कुल 150 से अधिक केरेटोप्लास्टी सर्जरी सफलतापूर्वक की हैं.

श्री गणेश विनायक आई हॉस्पिटल की प्रसिद्ध नेत्र सर्जन डॉ अमृता मुखर्जी कहती हैं कि जिन रोगियों को कॉर्निया की जटिल बीमारी थी और उन्होंने उम्मीद खो दी थी. लेकिन वे कॉर्नियल प्रत्यारोपण से लाभान्वित हुए. छत्तीसगढ़ में किसानों की संख्या ज्यादा है, इसलिए यहां कॉर्निया फंगल इन्फेक्शन के केस ज्यादा आते है. हमारी कोशिश रहती है कि मरीज को ऑपरेशन करने की नौबत ना आए. यदि किसी को आंखों से संबंधित बीमारी है तो वे अपने नजदीकी आई स्पेशलिस्ट के पास जाएं. मेडिकल स्टोर से खुद का इलाज ना करें, ना ही खुद से आई ड्रॉप खरीदें. इससे इंफेक्शन बढ़ने का खतरा अधिक है.

मरीज दीनदयाल देवांगन ने कहा कि काफी परेशानी थी, लेकिन जब से कार्निया ट्रांसप्लांट हुआ तो बहुत अच्छे से दिखाई दे रहा, मैं लोगों से भी नेत्रदान करने की अपील करता हूं. उनके एक प्रयास से लोगों के आंखों की रोशनी वापस आ सकती है.

डॉ अनिल गुप्ता ने बताया कि कोरोना और लॉकडाउन के समय में इस तरह की सर्जरी करना काफी चुनौतीपूर्ण था, लेकिन हमें पिछले डेढ़ साल के अंदर पांच अस्पतालों को सुचारू रूप से संचालित किया. ऐसे मरीज जिनको कॉर्निया की जरूरत थी, उनके लिए व्यवस्था भी की, जिसमें हमारे डॉक्टर्स और पैरामेडिकल की टीम ने बहुत साथ दिया है. उन्होंने लोगों से अपील की कि वे नेत्रदान करें, क्योंकि छत्तीसगढ़ में धान की पैदावार ज्यादा है. धान की कटाई के समय बालियों वजह से किसानों के आंखों की कार्नियां खराब होने लगती है, जिसका ट्रांसप्लांट करना भी जरूरी है.

गणेशाय विनायक हॉस्पिटल के डायरेक्टर डॉ चारुदत्त कलमकर ने बताया कि पिछले 2 सालों में हॉस्पिटल में 200 से ज्यादा नेत्र प्रत्यारोपण का काम किया है. लॉक डाउन के दौरान 25 से ज्यादा सफल नेत्र प्रत्यारोपण किए हैं. हम लोगों से अपील करना चाहते है कि नेत्र संबंधित बीमारियों को नजरअंदाज ना करें. जल्द से जल्द नेत्र रोग विशेषज्ञ के पास जाकर सलाह लें और संबंधित बीमारी का इलाज कराएं.