मुंबई. पाजिटिव ग्लोबल संकेतों से भारतीय शेयर बाजार के इस हफ्ते का आखिरी दिन बेहद अच्छा रहा. बीएसई सेंसेक्स जहां 184 प्वाइंट की बढ़त के साथ 34,153 पर बंद हुआ वहीं एनएसई का निफ्टी 54 प्वाइंट चढ़कर 10,558 पर बंद हुआ.
दोनों इंडेक्स में इस हफ्ते बढ़त दर्ज की गई. अमेरिका के डाउ जोंस ने भी 25,000 का टारगेट छू लिया. वहीं आयल एंड गैस सेक्टर पाजिटिव में बंद हुआ. इसके साथ ही कंज्यूमर ड्यूराबेल्स, रियालिटी, टेक और एफएमसीजी सेक्टर ने अच्छी खासी बढ़त इस हफ्ते हासिल की. आयल एंड गैस और पीएसयू के शेयर्स के लिए ये हफ्ता भले ही पाजिटिव न रहा हो लेकिन ज्यादातर सेक्टर के शेयर्स प्लस में ही बंद हुए.
सेंसेक्स के टाप फाइव बढ़त वाले शेयर रहे यस बैंक, अडानी पोर्ट, भारती एयरटेल, इंडस इंड बैंक औऱ डा. रेड्डीज जबकि टाप लूजर्स रहे ओएनजीसी, आईसीआईसीआई बैंक, स्टेट बैंक आफ इंडिया, विप्रो और सन फार्मा.
रुपये ने छुआ ढाई साल का सबसे ऊंचा स्तर
रुपये की मजबूती ने इस हफ्ते एक और रिकार्ड सेट कर दिया. रुपया ढाई साल के अपने सबसे मजबूत स्तर पर बंद हुआ. ये एक डालर के मुकाबले 63.31 रुपये के स्तर पर रहा.
एशियन मार्केट भी रहे पाजिटिव
जापान का स्टाक मार्केट 0.2 परसेंट की ग्रोथ के साथ बंद हुआ, वहीं आस्ट्रेलिया औऱ दक्षिण कोरिया दोनों के स्टाक एक्सचेंज ने 0.5 परसेंट की बढ़त इस हफ्ते दर्ज की. जापान के निक्की ने 26 साल में सबसे ऊंचे स्तर को 0.5 परसेंट की बढ़त के साथ छुआ.
कुल मिलाकर पूरा हफ्ता एशियाई मार्केट के लिए बेहद अच्छा रहा जिसका सीधा असर भारत के मार्केट पर पड़ा और भारतीय शेयर मार्केट भी इस हफ्ते सकारात्मक संकेतों के साथ बंद हुआ. मार्केट के जानकारों के मुताबिक पाजिटिव ग्लोबल संकेतों के चलते अगला हफ्ता भी भारतीय शेयर बाजार के लिए सकारात्मक रहने की उम्मीद है.