तो क्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन पर पूरे देश को पेट्रोल-डीजल के सस्ते होने का तोहफा मिलने वाला है ? वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण की ध्यक्षता में जीएसटी परिषद की 45वीं बैठक शुक्रवार 17 सितंबर को लखनऊ में होगी. इसमें चार दर्जन से अधिक वस्तुओं पर टैक्स दर की समीक्षा हो सकती है. इसमें कोविड-19 से संबंधित 11 दवाओं पर टैक्स छूट को 31 दिसंबर, 2021 तक बढ़ाने का फैसला भी हो सकता है.

इस बैठक में पेट्रोल और डीजल, प्राकृतिक गैस और एविएशन टर्बाइन फ्यूल (विमान ईंधन) को जीएसटी के दायरे में लाने पर विचार हो सकता है. बैठक में राज्यों के राजस्व नुकसान पर मुआवजे पर भी चर्चा हो सकती है. इस बैठक में पेट्रोल-डीजल (Petrol- Diesel) को GST के दायरे में लाने पर चर्चा हो सकती है.


अगर आज पेट्रोल और डीजल को जीएसटी के दायरे में लाने पर कोई फैसला हुआ तो आम आदमी को बड़ी राहत मिल सकती है. पेट्रोल के दाम में भारी कमी आ सकती है.

पेट्रोल-डीजल पर लगते हैं इतने तरह के टैक्स

पेट्रोल और डीजल (Petrol-Diesel) पर तरह तीन तरह के टैक्स लगते हैं. एक्साइज, वैट और सेस. अभी राज्यों को पेट्रोल-डीजल पर लगने वाली एक्साइज ड्यूटी का करीब 41 फीसदी हिस्सा मिलता है. वैट राज्य सरकारों के हिस्से में जाता है.

पेट्रोल पर अभी लगभग 50 फीसदी टैक्स लगता है. अगर जीएसटी के हाई स्लैब 28 फीसदी के दायरे में भी पेट्रोल-डीजल को शामिल किया जाता है तो टैक्स आधा हो जाएगा. इससे दिल्ली में ताजा कीमतों के हिसाब से पेट्रोल 25 रुपये सस्ता हो जाएगा.