शब्बीर अहमद, भोपाल। जबलपुर पहुंचे केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह के आरोपों पर कमलनाथ ने पलटवार कर बीजेपी और सरकार पर निशाना साधा है। कमलनाथ ने ट्वीट कर कहा कि मध्यप्रदेश में बीजेपी की सरकार आने के बाद आदिवासियों पर अत्याचार बढ़ गया है।इतिहास गवाह है कांग्रेस ने सदैव आदिवासी वर्ग के लिए काम किया। बीजेपी ने कभी आदिवासी वर्ग की भलाई नहीं कि, ना ही उन्हें सुरक्षित रख सकती है।
कमलनाथ ने ट्वीट कर कहा, “जबसे मध्यप्रदेश में भाजपा की सरकार आई है, आदिवासी वर्ग के लोगों पर उत्पीड़न व दमन के मामले बढ़े हैं।हाल ही की एनसीआरबी की रिपोर्ट में भी प्रदेश आदिवासियों के उत्पीड़न व दमन में देश में शीर्ष पर आया है, यह उस बात का प्रमाण है। प्रदेश की जनता ने हाल ही की नेमावर की ,नीमच की ,खरगोन की ,बालाघाट की ,डबरा की घटनाएं भी देखी है कि किस प्रकार प्रदेश में आदिवासी वर्ग को प्रताड़ित ,आतंकित ,उनका दमन व उत्पीड़न किया जा रहा है।सत्ताधारी दल के नेताओं का इन अपराधियों को खुला संरक्षण प्राप्त रहा है। आज तक इन घटनाओं पर प्रदेश के मुख्यमंत्री सुध लेने नहीं पहुंचे हैं और ना ही नेमावर व खरगोन की नृशंस घटना पर कांग्रेस की सीबीआई जांच की मांग को उन्होंने मंजूर किया है। ”
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कमलनाथ ने ट्वीट कर आगे कहा,”उम्मीद थी कि भाजपा आज जबलपुर में जनजातीय सम्मेलन में प्रदेश में घटित इन घटनाओं पर व एनसीआरबी की आदिवासियों के उत्पीड़न की ताज़ा रिपोर्ट पर आदिवासी वर्ग से माफ़ी माँगेगी लेकिन आज भी इस वर्ग को झूठे दिलासे , झूठे वादे के सिवाय कुछ नही दिया गया। भाजपा को इस वर्ग की याद सिर्फ़ चुनाव के समय ही आती है।भाजपा इस वर्ग को गुमराह करने के लिए कितने भी आयोजन ,कितने भी सम्मेलन कर ले , इन सारी सच्चाई को आदिवासी वर्ग भली-भांति जानता है। वह यह भी जानता है कि भाजपा भाजपा कभी भी आदिवासी वर्ग की भलाई व उत्थान के लिए कुछ नही कर सकती है , कभी उनकी हितैषी नही हो सकती है ,वो ना उनका सम्मान बढ़ा सकती है ,ना उनकी सुरक्षा कर सकती है और ना उनके अधिकारो की रक्षा कर सकती है।”
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