दीपक कौरव, नरसिंहपुर। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि का शव सोमवार को फांसी के फंदे पर लटका मिला. महंत नरेंद्र गिरि के मौत के मामले में द्वारकाशारदापीठ के शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती ने सरकार से जांच की मांग की है. उन्होंने कहा कि मामले जांच होना जरुरी है.

इसे भी पढ़ें ः इलाज के बहाने ढोंगी फकीर ने महिला के साथ 2 सालों तक किया दुष्कर्म, FIR दर्ज

शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती ने कहा संतों को विचलित नहीं होना चाहिए. आत्महत्या सबसे पड़ा पाप है. निंदा से डरना नहीं चाहिए, न ही ऐसे कदम उठाना चाहिए. उन्होंने कहा कि हमें दुख है कि हमारा एक साथी चला गया.

इसे भी पढ़ें ः लगातार हो रही बारिश से बढ़ा नदी का जल स्तर, मंदिर में फंसे 2 पुजारियों का NDRF ने ऐसे किया रेस्क्यू

बता दें कि अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष नरेंद्र गिरी की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई है. उनका शव फांसी से फंदे पर लटका मिला है. जिसे प्रयागराज स्थित गेस्ट हाउस से बरामद किया गया. पुलिस को शव के पास से सुसाइड नोट भी मिला. उनके सुसाइड नोट में आनंद गिरी का जिक्र है, इसलिए उत्तराखंड पुलिस ने आनंद गिरि को हरिद्वार में गिरफ्तार कर लिया था.

इसे भी पढ़ें ः मोहन भागवत का दो दिन का MP दौरा है बेहद खास, विधानसभा और लोकसभा चुनाव पर इन मुद्दों का क्या होगा असर, करेंगे आंकलन