रायपुर। बिलासपुर विधायक शैलेश पांडेय (MLA Shailesh Pandey) के निष्कासन प्रस्ताव (expulsion Proposal) को लेकर प्रदेश में राजनीतिक गरमा गई है. नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक (Dharamlal Kaushik) ने कहा कांग्रेस में अंदरूनी लड़ाई चल रही है. जनता ने कांग्रेस को सत्ता राज्य की सेवा के लिए दिया है, लेकिन 70 सीट पाने के बाद सरकार सत्ता के मद में डूबी हुई है. यहां घटनाएं घट रही हैं, लेकिन सरकार में कुर्सी दौड़ चल रही है. बिलासपुर में कांग्रेस के विधायकों और पदाधिकारियों में वर्चस्व की लड़ाई चल रही है.
धरमलाल कौशिक ने कहा सरगुज़ा में विधायक और मंत्री के बीच वर्चस्व की लड़ाई चल रही है. रायपुर में मुख्यमंत्री और मंत्री के बीच वर्चस्व की लड़ाई चल रही है. जनता समझ गई है कि राज्य का विकास कांग्रेस के हाथों सुरक्षित नहीं है. किसानों की समस्या का हल नहीं है. क़ानून व्यवस्था लचर है. विकास ठप है, प्रदेश दस साल पीछे हो गया है.
नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने ओबीसी आरक्षण रोस्टर का पालन नहीं करने को लेकर राष्ट्रीय ओबीसी कमीशन के अध्यक्ष के बयान पर कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बढ़चढ़ कर कहा था कि 27 फ़ीसदी आरक्षण देंगे, लेकिन दी नहीं. सरकार सिर्फ़ ओबीसी के नाम पर राजनीति कर रही है. आरक्षण रोस्टर में यदि कोई त्रुटि है तो उसे सुधारा जाना चाहिए.
कौशिक ने कहा कि बीजेपी के लिए ओबीसी आरक्षण राजनीतिक मुद्दा नहीं है. सिर्फ़ ओबीसी नहीं, सभी जातियों को सम्मान देने का काम बीजेपी ने किया. धरमलाल कौशिक ने कहा- ये पॉलिटिकल समस्या नहीं है. SC-ST के आरक्षण को समाप्त करने की बात आई थी, तब केंद्र सरकार ने आरक्षण जारी रखने का निर्णय लिया.
उन्होंने कहा कि ओबीसी को संवैधानिक दर्जा देने का काम मोदी जी ने किया, जो जाति ओबीसी में आना चाहते हैं, उनके लिए राज्यों को अधिकार दिया. राज्यों के पास अधिकार है, सम्पूर्ण समुदाय का प्रगति होना चाहिए, लेकिन छत्तीसगढ़ में काम नहीं हो रहा है. ओबीसी अपने हक की लड़ाई के लिए संघर्ष कर रही है. बीजेपी का मिशन सम्पूर्ण समाज है.
हाथी मानव द्वंद को लेकर नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने तंज कसा है. उन्होंने कहा कि हाथियों की समस्या सरकार के वश के बाहर है. हाथियों को धान खिलाने की बात कही थी, अब लोगों पर ठीकरा फोड़ा जा रहा है. हाथी के नाम पर भ्रष्टाचार सरकार कर रही है.
पंडो जनजाति के लोगों की हो रही मौत पर नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा कि विपक्ष की जांच लगातार जारी है. हमारे नेता लगातार वहां दौरा कर रहे है. आखिर वहां मौंते क्यों हो रही है. रिपोर्ट का आशय रिपोर्ट नहीं है. बस मृत्यु पर लगाम लगनी चाहिए. जनजाति के लोगों तक स्वास्थ्य सुविधा पहुंचनी चाहिए. इसलिए सरकार को रिपोर्ट की नौटंकी बंद करके ठोस कदम उठाने की जरूरत है.
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