रायपुर.जल संसाधन विभाग के सचिव सोनमणि बोरा ने आज मंत्रालय में अरपा-भैंसाझार सिंचाई परियोजना की प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने विभागीय अधिकारियों को इस परियोजना का कार्य जून 2018 तक पूर्ण करने के निर्देश दिए। बोरा ने कहा कि यह राज्य शासन की उच्च प्राथमिकता की योजना है, इसकी गुणवत्ता में किसी भी प्रकार की कमी नही होनी चाहिए। इस योजना से बिलासपुर जिले के तीन विकासखण्डों-कोटा, तखतपुर और बिल्हा के 102 गांव के 97 हजार किसानों-ग्रामीणों को फायदा होगा। इनमें लगभग 19 हजार अनुसूचित जाति वर्ग के, 13 हजार अनुसूचित जनजाति वर्ग के और 65 हजार पिछड़ा वर्ग एवं सामान्य वर्ग के लोग शामिल है। इस परियोजना से 25 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई सुविधा मिलेगी।
बैठक में प्रमुख अभियंता एच.आर. कुटारे ने बताया कि अरपा भैंसाझार लगभग 1142 करोड़ रूपए की लागत के वृहद सिंचाई परियोजना है। इसका निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है। अब तक जलाशय का 98 प्रतिशत मुख्य बांध का कार्य और 55 प्रतिशत नहर लाईन का कार्य पूर्ण हो चुका है। परियोजना को पूर्ण करने का लक्ष्य जून 2019 रखा गया है लेकिन तेजी से कार्य होने के कारण समय से पहले ही पूर्ण कर लिया जाएगा। उन्होंने बताया कि इस परियोजना से तखतपुर विकासखण्ड के 71 गांवों के 19 हजार 406 हेक्टेयर क्षेत्र में, बिल्हा विकासखण्ड के 30 गांव के पांच हजार 554 हेक्टेयर क्षेत्र में और कोटा विकासखण्ड के एक गांव के 40 हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई सुविधा मिलेगी। उन्होंने बताया कि बिलासपुर-कटनी मार्ग पर कलमीटार रेल्वे क्रासिंग के लिए ऐजेंसी तय कर लिया गया है। क्रासिंग का काम इस वर्ष 31 मार्च तक पूर्ण कर लिया जाएगा। बैठक में हसदेव कच्छार बिलासपुर के मुख्य अभियंता एस.के. अवधिया एवं अधिक्षण अभियंता व्ही.के. श्रीवास्तव सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।