राज्यपाल से नाराज, राष्ट्रपति से करेंगे शिकायत
सर्व आदिवासी समाज किस कदर नाराज ये उनके उस बयान को लेकर भी समझा जा सकता है जिसमें उन्होंने राजभवन के चौखट पर अब नहीं जाने का निर्णय लिया है. दरअसल समाज के नेता राज्यपाल सीधे तौर पर नाराज हो गए हैं. उनकी नारजागी 4 बार राज्यपाल से मिलने का समय मांगने के बाद भी मुलाकात का समय नहीं मिलने को लेकर है. सर्व आदिवासी समाज के अध्यक्ष बीपीएस नेताम ने कहा कि 80 लाख आबादी वाले समाज को भी अगर राज्यपाल मिलने का समय नहीं दे रहा है, तो यह समाज का अपमान है और आदिवासियों के खिलाफ है. लिहाजा समाज की ओर से केन्द्र सरकार और राष्ट्रपति से शिकायत कर राज्यपाल को वापस बुलाने की मांग की जाएगी.
आदिवासी मंत्रियों का बहिष्कार
पूर्व सासंद सोहन पोटाई ने कहा कि हम बहुत दुःख है कि समाज से चुनकर आने वाले रमन सरकार के तीन आदिवासी मंत्री आज समाज को गुमराह करने का काम कर रहे हैं. समाज के लोगों के साथ छोड़कर वे सरकार का साथ दे रहे हैं. आदिवासियों के खिलाफ ही प्रेसवार्ता कर रहे हैं. उसमें भी वे मौन बनकर बैठें रहते हैं. ऐसे मंत्रियों को अपने पद चले जाने का डर है. समाज ऐसे मंत्रियों का बहिष्कार करती है. 14 जनवरी को सर्व आदिवासी समाज राजधानी रायपुर में महा बैठक आयोजित कर रहा है. इस बैठक में समाज के सभी मंत्री, आदिवासी विधायक और सांसदों को बुलाया गया है. समाज के नेता मंत्री, विधायक औ सांसदों की क्लास लेकर कानून के संबंध में उनक मत लेगी. उसके बाद भी आगे निर्णय लिया जाएग. सर्व आदिवासी समाज की इस बैठक में रिटायर्ड प्रशासनिक सेवा के अधिकारी, पुलिस सेवा के अधिकारी, कई विभागीय अधिकारी सहित भाजपा और कांग्रेस के संगठन से जुड़े नेता भी मौजूद रहें.