मुंगेली.हाल ही में हुए मार्केटिंग सोसाइटी के चुनाव में भाजपा की आपसी फूट का फायदा उठाते हुए बहुजन समाज पार्टी ने जीत दर्ज कर ली.चुनावी साल में बसपा प्रत्याशी की जीत ने भाजपा के अंदर जमकर असंतोष पैदा कर दिया है.नाराज भाजपा कार्यकर्ताओं ने इसके लिये पार्टी के मंडल अध्यक्ष मिट्ठू लाल यादव पर हार का ठीकरा फोड़ा है.भाजपा कार्यकर्ताओं का कहना है कि मिट्ठू यादव ने अपने साले गणेश यादव को मार्केटिंग सोसाइटी का उपाध्यक्ष बनवाने के लिये बसपा से समझौता कर लिया और इस समझौते के तहत बसपा प्रत्याशी रामाधार दिवाकर को अध्यक्ष बनवा दिया.

इस नतीजे के बाद मुंगेली के भाजपा कार्यकर्ताओं में जमकर आक्रोश है.नाराज कार्यकर्ताओं ने इस बात की शिकायत खाद्य मंत्री और स्थानीय विधायक पुन्नूलाल मोहले के अलावा पार्टी फोरम में की है और मंडल अध्यक्ष मिट्ठू लाल यादव के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग की है.आपको बता दें कि मार्केटिंग सोसाइटी के अध्यक्ष  और उपाध्यक्ष पद के लिये 8 सदस्यों को मतदान करना था,जिसमें से चार भाजपा सदस्य थे और एक बसपा,एक कांग्रेस और दो अन्य सदस्य थे.भाजपा को इन दोनों पदों पर जीत के लिये एक अतिरिक्त वोट की दरकार थी,लेकिन पद के लालच में सदस्यों में एकजुटता नहीं दिखी. इस बीच कथित रुप से मिट्ठू यादव ने अपने साले गणेश यादव को उपाध्यक्ष बनाने के मदद करने का आश्वासन पाकर भाजपा सदस्यों के वोट बसपा के अध्यक्ष प्रत्याशी को दिला दिया,जिससे भाजपा के गढ़ माने जाने वाले मुंगेली में पार्टी की प्रतिष्ठा धूमिल हुई.नाराज कार्यकर्ताओं का कहना है कि चुनावी साल में भाजपा की हार से कार्यकर्ताओं का मनोबल कमजोर हुआ है और इसके लिये पूरी तरह से मंडल अध्यक्ष मिट्ठूलाल यादव और उनकी भाई-भतीजावाद की नीति जिम्मेदार है.कार्यकर्ताओं ने मंडल अध्यक्ष के खिलाफ पार्टी अध्यक्ष धरमलाल कौशिक से भी शिकायत करने की बात कही है.