नई दिल्ली. अपनी गति से सभी को प्रभावित करने के बाद जम्मू-कश्मीर के पेसर उमरान मलिक (Umran Malik) को आगामी टी20 विश्व कप (T20 World Cup) के लिए टीम इंडिया में जगह मिल गई है. हालांकि उन्हें नेट गेंदबाज के रूप में चुना गया है.
उमरान मलिक हाल ही में इंडियन प्रीमियर लीग के 14वें सीजन (IPL 2021) में सनराइजर्स हैदराबाद (SRH) के लिए खेले थे. उन्होंने सीजन की सबसे तेज गेंद भी फेंकी थी जिसके बाद विराट कोहली ने भी उनकी तारीफ की थी. मीडिया से मिली खबरों के मुताबिक उमरान नेट गेंदबाज के रूप में टीम के साथ रहेंगे. उन्होंने आईपीएल में अपनी गति से प्रभावित किया था.
हमें लगता है कि बल्लेबाजों को नेट्स पर उनका सामना करना एक अच्छा विचार होगा. यह उनके लिए भी एक अच्छा अनुभव रहेगा. विराट कोहली और रोहित शर्मा जैसे शानदार बल्लेबाजों के सामने गेंदबाजी करने से उन्हें भी काफी अनुभव हासिल होगा.’
इससे पहले मलिक ने कहा था कि तेज गेंदबाजी उनके पास स्वाभाविक है और शुरुआत से ही उन्होंने बल्लेबाजों की एकाग्रता तोड़ने के लिए तेज गेंदबाजी की है. हैदराबाद के इस पेसर ने बुधवार को रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के खिलाफ आईपीएल-2021 की सबसे तेज गेंद फेंकने का रिकॉर्ड बनाया था.
उन्होंने 152.95 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से गेंदबाजी की. मलिक ने देवदत्त पडिक्कल के खिलाफ पारी के 9वें ओवर की चौथी गेंद पर यह उपलब्धि हासिल की.
उमरान मलिक ने मैच के बाद भुवनेश्वर कुमार को IPL T20.com के लिए एक वीडियो में कहा, ‘शुरू से ही मैं तेज गेंदबाजी करता था. जब मैं कॉस्को गेंद से क्रिकेट खेलता था, तब भी मैं तेज गेंदबाजी करता था. हम एक ओवर का मैच खेलते थे. मैं तेज दौड़ता था और यॉर्कर फेंकता था.
साल 2018 में मैंने अंडर-19 ट्रायल दिया. मैं गेंदबाजी कर रहा था, चयनकर्ताओं ने मुझे देखा. मैं जॉगर शूज के साथ गेंदबाजी कर रहा था, फिर मेरे दोस्त ने मुझे स्पाइक शूज दिए. फिर अंडर-19 टीम में मुझे मौका मिला. मैंने बाद में अंडर-23 क्रिकेट खेला.’
उन्होंने आगे कहा, ‘मैं 2018 से नियमित रूप से अभ्यास कर रहा हूं. अंडर-23 के बाद मैंने विजय हजारे और रणजी ट्रॉफी टूर्नामेंट खेले. मुझे मौका देने के लिए मैं हैदराबाद फ्रेंचाइजी को धन्यवाद देता हूं.
इरफान पठान ने मुझे बताया कि मैं कहां सुधार कर सकता हूं. मैं पहले डर गया था. जब मुझे नेट्स में वॉर्नर और विलियमसन को गेंदबाजी करनी थी. मैंने भगवान से प्रार्थना की कि मैं सिर्फ अच्छी गेंदें फेंकूं. मैं सीखता रहा और इससे मुझे मदद मिली है.’