रायपुर.प्रदेश के नौवें मुख्य सचिव के रुप में अजय सिंह की नियुक्ति की खबर सुनते ही मुंगेली जिले के निवासियों की खुशी का ठिकाना नहीं है.सबके जुबान से यही शब्द निकल रहा है कि वाह बेलखुरी के लाल ने तो कमाल कर दिया.न सिर्फ उनके गृह ग्राम बेलखुरी में,बल्कि पथरिया के अलावा पूरे मुंगेली जिले के लोग इस बात से बेहद खुश नजर आ रहें हैं कि मुंगेली जैसे पिछड़ा माने जाने वाले जिले के एक छोटे से गांव में जन्में अजय सिंह अपनी प्रतिभा के बूते सरकारी स्कूल में पढ़कर मुख्य सचिव जैसे सर्वोच्च पर आसीन हो गये. अजय सिंह ऐसे पहले मुख्य सचिव बने हैं,जो मूल रुप से छत्तीसगढ़ के निवासी हैं.

अजय सिंह का जन्म मुंगेली जिले के पथरिया विकासखंड के बेलखुरी गांव के किसान परिवार में हुआ.उनके पिता फत्ते नारायण सिंह मूल रुप से किसान हैं,लेकिन उन्होनें लंबे समय तक वकालत के पेशे को भी अतिरिक्त रुप से अपनाया हुआ था.अपने तीन भाईयों में से मझले भाई अजय सिंह बचपन से ही कुशाग्र बुद्धि के माने जाते रहें हैं.हालांकि उनके दो अन्य भाई अरविंद सिंह चंदेल और डॉ नवल सिंह चंदेल भी उच्च शासकीय पदों में पदस्थ हैं.

अजय सिंह के पारिवारिक सूत्रों के मुताबिक उनकी प्रारंभिक शिक्षा बेलखुरी के शासकीय स्कूल और मुंगेली के शासकीय स्कूल में हुई.आठवीं कक्षा के बाद इन्होनें बिलासपुर के मिशन स्कूल में प्रवेश लिया और फिर 1976 में अविभाजित मध्यप्रदेश में 11 वीं बोर्ड परीक्षा में पूरे प्रदेश में टॉप कर अपनी विलक्षण प्रतिभा से सबको चौंका दिया.

इसके बाद अजय सिंह का चयन आईआईटी नई दिल्ली में इंजीनियरिंग की पढ़ाई के लिये हुआ,जहां से उन्होनें 1981 में इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में बीटेक किया फिर  इसके बाद 1983 में आईआईटी दिल्ली से ही कम्प्यूटर टेक्नालॉजी में एम टेक किया.1983 में ही यूपीएससी की परीक्षा में चयनित होकर आईएएस बन गये.बाद में उन्होनें वर्ष 1995-96 में मैनचेस्टर विश्वविद्यालय,यूनाइटेड किंगडम से अर्थशास्त्र में एम.ए. भी किया.

आईएएस बनने के बाद अजय सिंह को मध्यप्रदेश कैडर आवंटित किया गया.अपने शुरुआती दौर में अजय सिंह ने बतौर कलेक्टर सीधी,सिहोर और जबलपुर जिलों में काम किया.छत्तीसगढ़ बनने के बाद इन्होनें अपने गृह राज्य में सेवा करने के इरादे से छत्तीसगढ कैडर का चुना.छत्तीसगढ़ में इन्होनें अलग-अलग विभागों की जिम्मेदारी बखूबी निभाई.इन्होनें स्वास्थ्य,खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति,वित्त, वाणिज्यिक कर,नगरीय प्रशासन,उर्जा तथा जलसंसाधन विभाग और कृषि विभाग में सचिव,प्रमुख सचिव और अतिरिक्त मुख्य सचिव के रुप में कार्य किया.इन्होनें छत्तीसगढ़ राज्य बिजली बोर्ड में अध्यक्ष के रुप में कार्य किया,साथ ही कृषि उत्पादन आयुक्त जैसे महत्वपूर्ण पद पर भी काम किया.