रायपुर। भारत सरकार पहले कह रही थी कोई कोयले के संकट नहीं है. अगर कोयले की कमी नहीं है तो कोयला मंत्री छत्तीसगढ़ क्यों आ रहे हैं. भारत सरकार को स्वीकार करना चाहिए कि कोयले और बिजली की कमी है. यह बात मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने केंद्रीय कोयला मंत्री प्रहलाद के छत्तीसगढ़ के प्रवास को लेकर कही.

मुख्यमंत्री बघेल ने कोयला संकट के बहाने पर केंद्र सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि पहले ऑक्सीजन, खाद और अब कोयला. भारत सरकार से छोटी-छोटी व्यवस्थाएं सम्भल नहीं रही हैं, जिन्हें रेग्युलराइज भर करना है, उसे कंटिन्यू करना है. ये नहीं हो पा रहा है.

इसे भी पढ़ें : हसदेव अरण्य पर मुख्यमंत्री बघेल ने कही बड़ी बात, कहा- बातचीत के लिए सरकार तैयार, नहीं आया उनकी ओर से ऑफर…

वहीं दूसरी ओर केंद्रीय कोयला मंत्री प्रहलाद जोशी आज छत्तीसगढ़ में है. बिलासपुर पहुंचने के बाद गेवरा के लिए सड़क मार्ग से रवाना हो गए, जहां कोल माइंस का निरीक्षण करेंगे. गेवरा रवाना होने से पहले मीडिया से चर्चा में उन्होंने कहा कि देश में पर्याप्त मात्रा में कोयला उपलब्ध है. देश में विद्युत आपूर्ति बाधित नहीं होगी. बिजली मंत्रालय से 1.9 मिलियन टन का डिमांड था, इसके एवज में हमने आज 2 मिलियन टन सप्लाई कर दिया है.